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India Daily

'कोई जज्बा हमें बचा नहीं सकता', युद्धविराम हो गया वरना पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी ने तो पहले ही टेक दिए थे घुटने

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम दोनों देशों के लिए ही एक बड़ी राहत लेकर आया है. अगर यह युद्ध लंबा खिंचता तो बड़ी तबाही निश्चित थी. साथ ही ये बात भी उतनी ही सत्य है कि इस युद्ध से भारत को जो नुकसान होता सो होता लेकिन पाकिस्तान का तो अस्तित्व ही खतरे में आ जाता क्योंकि सैन्य शक्ति के मामले में पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिकता.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Before ceasefire former Pakistani military officer had claimed Pakistans defeat with india

संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता में रात भर चली गहन वार्ता के बाद, भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम की घोषणा की है. यह समझौता दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने और शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम दोनों देशों के लिए ही एक बड़ी राहत लेकर आया है. अगर यह युद्ध लंबा खिंचता तो बड़ी तबाही निश्चित थी. साथ ही ये बात भी उतनी ही सत्य है कि इस युद्ध से भारत को जो नुकसान होता सो होता लेकिन पाकिस्तान का तो अस्तित्व ही खतरे में आ जाता क्योंकि सैन्य शक्ति के मामले में पाकिस्तान भारत के सामने कहीं नहीं टिकता. एक पूर्व सैन्य अधिकारी ने तो पहले ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध लंबा चला तो कोई जज्बा हमें बचा नहीं सकता.

हमें कोई जज्बा नहीं बचा सकता

पाकिस्तान के पूर्व वायु सेना मार्शल मसूद अख्तर ने स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा, “यहां जो हुआ, वह हमें झकझोर देने वाला है. हमारे पास अभी कोई जवाब नहीं है.” उन्होंने यह भी कहा, “भारत ने चार बार पूर्ण हमले की योजना बनाई. उनकी 16 लाख की सेना है, हमारे पास केवल 6 लाख. कोई जज्बा हमें बचा नहीं सकता.”

अमेरिका, चीन, रूस को डालना होगा तबाव
अख्तर ने दावा किया कि अरब देशों और ईरान के कूटनीतिक प्रयास भारत को प्रभावित करने में विफल रहे. उन्होंने कहा, “अगर अमेरिका, चीन और पुतिन दबाव नहीं डालते, तो स्थिति और बिगड़ेगी.” इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा, “भारत अगर और हमले बंद करे, तो हम तनाव कम करने पर विचार करेंगे.”