बांग्लादेश आम चुनाव के लिए वोटिंग; PM हसीना ने मतदाताओं से की मतदान की अपील, मैदान में 1970 उम्मीदवार
बांग्लादेश में आज सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू हो गई, जो शाम 4 बजे तक चलेगी. 299 संसदीय सीटों के लिए 1,970 उम्मीदवार मैदान में हैं. नौगांव-2 में एक निर्दलीय उम्मीदवार की मौत के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
Bangladesh elections voting live updates sheikh hasina Awami League BNP boycott: बांग्लादेश में आम चुनाव के लिए आज सुबह आठ बजे से वोटिंग शुरू हो गई, जो शाम 4 बजे तक चलेगी. अवामी लीग की अध्यक्ष और प्रधान मंत्री शेख हसीना ने ढाका सिटी कॉलेज सेंटर में मतदान किया. उनके साथ उनकी बेटी साइमा वाजेद हुसैन पुतुल ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वोटिंग के बाद पीएम हसीना ने वोटर्स से मतदान केंद्रों पर जाकर मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की.
शेख हसीना ने कहा कि मतदान के इस अधिकार के लिए हमने बहुत कष्ट झेले हैं और संघर्ष किया है. ये चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होगा। हम लोगों से सहयोग चाहते हैं. हम लोगों के जनादेश के साथ सरकार बनाएंगे.
हिंसा को देखते हुए सुरक्षा के तमाम इंतजाम
वोटिंग से पहले देश के कुछ इलाकों में हुए हिंसा को देखते सुरक्षा के तमाम उपाय किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. सोमवार को नतीजे आने की संभावना है. बता दें कि मतदान केंद्रों की संख्या 42,000 है और देश भर में 2,62,000 बूथों पर मतदान होगा.
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री शेख हसीना लगातार चौथी बार चुनाव जीतने के प्रति आश्वस्त हैं. बता दें कि BNP नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया भ्रष्टाचार के आरोप में घर में नजरबंद हैं. मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और उसके सहयोगियों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है. उनका दावा है कि मौजूदा सरकार के तहत कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं है. BNP ने 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है जो शनिवार सुबह 6 बजे शुरू हुई और सोमवार सुबह 6 बजे समाप्त होगी.
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग का किससे मुकाबला?
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग का मुकाबला निर्दलीय उम्मीदवारों से हैं. बता दें कि 299 संसदीय सीटों के लिए 1,969 उम्मीदवार मैदान में हैं. नौगांव-2 में एक निर्दलीय उम्मीदवार की मौत के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था. आज होने वाले चुनाव में 11 करोड़, 96 लाख, 89 हजार 289 मतदाता वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं. इनमें से 6,76,09,741 पुरुष, 5,89,18,699 महिलाएं और 849 ट्रांस-जेंडर हैं.
कुल 11 करोड़ से अधिक मतदाता 28 राजनीतिक दलों के 1,534 और 436 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 1,970 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. राजनीतिक दलों और निर्दलीयों से कुल 90 महिला उम्मीदवार और जातीय अल्पसंख्यक और अन्य समूहों से 79 महिला उम्मीदवार चुनाव में भाग ले रही हैं. उम्मीदवारों में सत्तारूढ़ अवामी लीग (एएल) से 266, जातीय पार्टी (जापा) से 265, त्रिनोमुल बीएनपी से 135, जातीय समाजतांत्रिक दल (जेएएसएडी) से 66, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) से 122, जातीय पार्टी से 13 ( जेपी) और 10 बिकल्पा धारा बांग्लादेश से चुनाव लड़ रहे हैं.
मतदान से पहले सुरक्षा कड़ी कर दी गई
आम चुनाव के लिए वोटिंग से पहले कुछ राज्यों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं थीं. हिंसा की इन घटनाओं को देखते हुए पूरे बांग्लादेश में सुरक्षा व्यवस्थाएं बढ़ा दी गईं हैं. चुनावी प्रक्रिया के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की सहायता के लिए बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) और सेना के जवानों को देश के 42,000 मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है.
बांग्लादेश चुनाव आयोग ने कहा है कि देश भर के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान की तैयारी लगभग पूरी कर ली गईं हैं और सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली गईं हैं. बांग्लादेश में कड़े सुरक्षा उपायों के तहत 12वें आम चुनाव पर भारत के 3 प्रतिनिधियों समेत 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक नजर रखेंगे. चुनाव आयोग के अतिरिक्त सचिव अशोक कुमार देबनाथ ने कहा कि दुनिया भर के विभिन्न देशों के 2,000 समेत कुल 20,773 पर्यवेक्षक चुनावों की निगरानी कर रहे हैं. चुनाव पर्यवेक्षकों में मीडिया कर्मी भी शामिल हैं.
मतदान केंद्र पर जाएं, स्वतंत्र रूप से अपना वोट डालें: सीईसी
मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने शनिवार को मतदाताओं से सभी भय और चिंताओं का सामना करते हुए स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया है. सीईसी ने शनिवार शाम को राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि मैं सभी मतदाताओं से आग्रह करता हूं कि वे स्वतंत्र रूप से और निडर होकर अपने पसंदीदा उम्मीदवार को अपना बहुमूल्य वोट दें. उन्होंने कहा कि वोट आपका है, किसी के समझाने या हस्तक्षेप से प्रभावित न हों. अगर आपको किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, तो तत्काल पीठासीन अधिकारी को सूचना दें.