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अमेरिका और ब्रिटेन की मीटिंग में रूस की तबाही का प्लान, NATO देश की मिसाइलें बरपाएंगी कहर! पुतिन बोले मिलेगा करारा जवाब

America and Britain: अमेरिकी राष्ट्रपति और ब्रिटने के प्रधानमंत्री के बीच शुक्रवार को बैठक होने वाली है. इस बैठक में दोनों देश यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल का इस्तेमाल करने की अनुमति दे सकते हैं. इसे लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि हम करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं.

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America and Britain Chief Meeting
Courtesy: IDL

America and Britain: सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और ब्रिटेन इस बात पर विचार कर रहे हैं कि वो यूक्रेन पर रूस में दूर तक हमला करने वाली मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत दे दें. अगर ऐसा हुआ तो ये रूस और युक्रेन युद्ध का प्रभाव वैश्विक स्तर तबाही मचा सकता है. वहीं, दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर इस तरह के मिसाइलों की अनुमति यूक्रेन को दी जाती है तो ये समझा जाएगा कि रूस के खिलाफ युद्ध में नाटो देश उतर आए हैं. और इसका जवाब हम जरूर देंगे. 

शुक्रवार 13 सितंबर को व्हाइट व्हाउस में ब्रिटने के पीएम कीर स्टार्मर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच बैठक होने वाली है. इस बैठक में दोनों देश यूक्रेन पर लगे लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग पर लगे प्रतिबंध को हटा सकते हैं. इससे पहले शुक्रवार को विदेश मंत्रियों की मुलाकात में एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि अमेरिका, यूक्रेन पर लगे लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग के इस्तेमाल के प्रतिंबध को हटाने की मंजूरी देगा. 

क्या है यूक्रेन की मांग

लंबे समय से यूक्रेन, अमेरिका और ब्रिटेन से लंबी दूरी तक हमला करने वाले मिसाइलों का इस्तेमाल करने की मंजूरी की मांग कर रहा है. यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें तो मिल गई हैं लेकिन इसका इस्तेमाल अभी वह सिर्फ अपने सीमा के अंदर ही कर सकता है. रूस में घुसकर हमला करने के लिए यूक्रेन इनके इस्तेमाल की इज़ाजत मांग रहा है. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने अक्टूबर 2023 में पहील बार यूक्रेन को लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइलें सौंपी थी. 

पुतिन बोले मिलेगा करारा जवाब

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक सरकारी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर अमेरिका और ब्रिटने यूक्रेन को अनुमति देते हैं तो भी यूक्रेनी सैनिक इसका इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं है. लंबी दूरी की मिसाइलों को यूरोपीय यूनियन या फिर अमेरिकी सैटेलाइट की मदद से चलाया जा सकता है. नाटो सैनिक ही इस तरह की मिसाइलों को चलाने की ट्रेनिंग ले रखी है. 

अगर इसका इस्तेमाल यूक्रेन करता है तो इसका यही मतलब होगा कि नाटो देश ने रूस पर हमला किया. पुतिन ने आगे कहा कि अगर यूक्रेन की ओर से इस तरह की मिसाइलें दागी गईं तो हम भी नाटो देश के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे. हम करारा जवाब देंगे.