'भारत ने जीरो टैरिफ ऑफर किया, लेकिन अब देर हो चुकी है...' मोदी-पुतिन बैठक के बाद ट्रंप का बड़ा दावा

Trump Big Claim: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत की आलोचना की है. उनका कहना है कि वह अपना ज्यादातर तेल और सैन्य सामान अमेरिका के बजाय रूस से खरीदता है.

Shilpa Srivastava

Trump Big Claim: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से भारत की आलोचना की है. उनका कहना है कि वह अपना ज्यादातर तेल और सैन्य सामान अमेरिका के बजाय रूस से खरीदता है. ट्रंप ने अपनी शिकायत फिर दोहराई और कहा कि भारत रूस के साथ व्यापार जारी रखे हुए है. हालांकि, भारत ने साफ तौर पर कहा है कि वह रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा और हमेशा अपनी अर्थव्यवस्था और अपने लोगों के हित में फैसले लेगा.

ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय आई, जब उनका प्रशासन भारत पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाने के लिए पहले से ही कड़ी आलोचना झेल रहा है. इन टैरिफ्स ने अमेरिका में भारतीय सामान को काफी महंगा कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को नुकसान पहुंच रहा है. 

बता दें कि चीन के शिनजियांग क्षेत्र में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी नेता शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस सम्मेलन में, तीनों नेताओं ने अपनी आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई.

क्या ट्रंप निकाल रहे हैं व्यक्तिगत रंजिश?

कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि ट्रंप के कदम समझदारी भरी नीति पर नहीं, बल्कि व्यक्तिगत रंजिश पर आधारित हैं. उनका कहना है कि वह इसलिए नाराज हैं क्योंकि उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता से बाहर रखा गया. एक अमेरिकी निवेश फर्म, जेफरीज ने कहा कि ट्रंप के हाई टैरिफ, फैसलों से ज्यादा व्यक्तिगत भावनाओं पर आधारित लगते हैं. 

हालांकि, देखा जाए तो बात यहीं खत्म नहीं होती है. दिलचस्प बात यह है कि जहां ट्रंप ने भारत के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, वहीं, नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक बिल्कुल अलग मैसेज पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और बढ़ती दोस्ती की तारीफ की.