'आप यहां चुनाव के लिए हैं हम यहां देश के लिए हैं', लोकसभा में प्रियंका गांधी का पीएम मोदी, बीजेपी पर जोरदार हमला

लोकसभा में वंदे मातरम बहस के दौरान प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष चुनावों पर केंद्रित है, जबकि कांग्रेस राष्ट्रहित के मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगी.

SANSAD TV
Sagar Bhardwaj

लोकसभा के शीतकालीन सत्र में वंदे मातरम पर हुई गर्मागर्म बहस के बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सांसदों पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चुनावी लाभ के लिए राष्ट्रीय प्रतीकों का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है. प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस जनता और देश के मूल्यों की लड़ाई लड़ रही है, जबकि सत्ता पक्ष महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने में जुटा है. उनके बयान के बाद सदन में माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया.

सत्ता पक्ष केवल चुनावों के लिए बैठा है

प्रियंका गांधी ने बीजेपी सांसदों से कहा कि सत्ता पक्ष सिर्फ चुनावों के लिए बैठा है, जबकि कांग्रेस देश के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव हारने पर भी कांग्रेस संसद में अपनी आवाज उठाती रहेगी. उनके इस बयान ने सदन में तीखी नोकझोंक को जन्म दिया.

‘वंदे मातरम पर बहस क्यों?’

उन्होंने सवाल उठाया कि वंदे मातरम जैसा मुद्दा इस समय क्यों उठाया जा रहा है. प्रियंका का आरोप था कि सरकार जनता का ध्यान असल समस्याओं से हटाने के लिए यह बहस करवा रही है. उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव को देखते हुए इस चर्चा को राजनीतिक रंग दिया गया है.

स्वतंत्रता सेनानियों को निशाना बनाने का आरोप

प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार नए आरोप गढ़कर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके योगदान पर प्रश्न उठा रही है. उन्होंने दावा किया कि यह सब जनता को असली मुद्दों- नौकरी, महंगाई और विकास- से भटकाने की रणनीति है.

नेहरू की विरासत का बचाव

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के योगदान को याद दिलाते हुए कहा कि 12 साल जेल में बिताने के बाद भी नेहरू ने देश के संस्थानों की मजबूत नींव रखी. उन्होंने आईआईटी, एआईआईएमएस, इसरो और डीआरडीओ को नेहरू की दूरदृष्टि का परिणाम बताया.

देश का युवा बेरोजगारी और महंगाई से परेशान

प्रियंका गांधी ने कहा कि देश का युवा बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई से परेशान है, लेकिन सदन में इन मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि राष्ट्रीय प्रतीकों पर राजनीति छोड़कर असल समस्याओं पर ध्यान दिया जाए.