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West Bengal Clashes: पश्चिम बंगाल में झड़पों के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा, जानें किस वजह से फैला आक्रोश?

West Bengal Clashes: पश्चिम बंगाल के महेशतला में बुधवार को स्थानीय लोगों और पुलिस बलों के बीच हिंसक झड़प हुई जिससे तनाव बढ़ गया. इसके बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था तत्काल बढ़ा दी गई.

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Edited By: Shilpa Srivastava
West Bengal Clashes

West Bengal Clashes: पश्चिम बंगाल के महेशतला में बुधवार को स्थानीय लोगों और पुलिस बलों के बीच हिंसक झड़प हुई जिससे तनाव बढ़ गया. इसके बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था तत्काल बढ़ा दी गई. रवींद्रनगर पुलिस स्टेशन के पास अशांति तब शुरू हुई जब वहां जमा भीड़ ने आक्रामक होकर अधिकारियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.

हिंसा के दौरान डिप्टी कमिश्नर (पोर्ट) हरिकृष्ण पई समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस अफरातफरी में दो सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ की गई और एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. उनके प्रयासों के बावजूद, भीड़ संतोषपुर के पास फिर से इकट्ठा हो गई और एक बार फिर कोलकाता पुलिस से भिड़ गई.

वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में दंगा नियंत्रण इकाइयों ने आखिरकार कड़ी प्रतिक्रिया के बाद व्यवस्था बहाल कर दी. रात भर सुरक्षा गश्त जारी रही, जिसमें उच्च पदस्थ अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे थे. अधिकारियों ने हिंसा से जुड़े चार लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. सभी घायल अधिकारियों की हालत स्थिर बताई जा रही है.

हिंसा की शुरुआत कैसे हुई?

यह झड़प भूमि स्वामित्व को लेकर हुई. स्थानीय निवासियों के अनुसार, तनाव तब शुरू हुआ जब अल्पसंख्यक समुदाय के एक सदस्य की दुकान वाली जमीन पर अचानक तुलसी मंच का निर्माण किया गया. बताया जा रहा है कि व्यापारी ईद मनाने के लिए बाहर गया हुआ था, जबकि दूसरे समूह का कहना है कि उस व्यक्ति की दुकान मंदिर की जमीन पर है. पहले तो यह मामला थोड़ी बहुत बहस से शुरू हुआ लेकिन बाद में इसने सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया. 

विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया और उन्होंने केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की. उन्होंने कहा, "हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए और कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई. हम लोगों को बचाने और उनकी सुरक्षा के लिए क्षेत्र में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते हैं."

एक्स पर एक पोस्ट में, अधिकारी ने कहा, "मैंने डायमंड हार्बर पुलिस जिले के एसपी और डीजीपी @WBPolice से संपर्क किया है ताकि आज मैं एक विधायक के साथ महेशतला जा सकूं... पीड़ितों से मिल सकूं और उनके साथ एकजुटता व्यक्त कर सकूं... मुझे उम्मीद है कि प्रशासन मेरी यात्रा में बाधा नहीं डालेगा." इस बीच, टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने घटना के व्यापक निहितार्थों को कमतर आंकते हुए कहा.

उन्होंने पुलिस की संयम से काम लेने की प्रशंसा करते हुए कहा, "महेशतला में हुई घटना का कानून-व्यवस्था की समग्र स्थिति से कोई संबंध नहीं है. हालांकि, यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय है." पश्चिम बंगाल पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.