पाकिस्तान से लड़ाई में क्या भारत के लड़ाकू विमान मार गिराए थे? CDS अनिल चौहान ने सिंगापुर में किया बड़ा खुलासा
जनरल चौहान ने कहा, 'स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान सामाजिक, आर्थिक और प्रति व्यक्ति जीडीपी जैसे हर पैमाने पर हमसे आगे था. आज भारत आर्थिक प्रदर्शन, मानव विकास और सामाजिक सद्भाव में उनसे आगे है यह संयोग से नहीं हुआ; यह हमारी दीर्घकालिक रणनीति का परिणाम है.'

सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग 2025 में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने भारत-पाकिस्तान संबंधों और भारत की दीर्घकालिक रणनीति पर महत्वपूर्ण खुलासे किए. उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान कई क्षेत्रों में भारत से आगे था, लेकिन आज भारत हर मोर्चे पर उससे आगे निकल चुका है.
क्या पाकिस्तान ने भारत के लड़ाकू विमान मार गिराए थे?
जब यह पूछा गया कि क्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के लड़ाकू विमान मार गिराए? इसका जवाब देते हुए सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि हमारे लिए जरूरी सवाल ये नहीं कि लड़ाकू विमान गिरे, बल्कि जरूरी सवाल ये है कि आखिर वो क्यों गिरे? और उसके बाद हमने क्या किया.
इसके बाद उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के 6 लड़ाकू विमानों को मार गिराया? इस सवाल का भी उन्होंने वही उत्तर दिया कि हमारे लिए जरूरी सवाल ये नहीं कि लड़ाकू विमान गिरे, बल्कि जरूरी सवाल ये है कि आखिर वो क्यों गिरे? और उसके बाद हमने क्या किया.
भारत हर क्षेत्र में पाकिस्तान से आगे
जनरल चौहान ने कहा, "स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान सामाजिक, आर्थिक और प्रति व्यक्ति जीडीपी जैसे हर पैमाने पर हमसे आगे था. आज भारत आर्थिक प्रदर्शन, मानव विकास और सामाजिक सद्भाव में उनसे आगे है यह संयोग से नहीं हुआ; यह हमारी दीर्घकालिक रणनीति का परिणाम है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने कूटनीतिक स्तर पर कई बार हाथ बढ़ाया, जैसे 2014 में जब प्रधानमंत्री ने नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था. लेकिन, उनके शब्दों में, "ताली दो हाथों से बजती है. अगर बदले में केवल शत्रुता मिले, तो फिलहाल दूरी बनाए रखना ही एक समझदारी भरी रणनीति हो सकती है."
भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को मजबूती
शांगरी-ला डायलॉग के दौरान जनरल चौहान ने अमेरिका के इंडो-पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल सैमुअल जे. पापारो के साथ भी मुलाकात की. दोनों नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर, सैन्य सहयोग और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की. दोनों ने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और रणनीतिक संबंधों को गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई.
भारत-ब्राजील के बीच बढ़ता सहयोग
इसके अलावा, भारत और ब्राजील ने भी शांगरी-ला डायलॉग के मौके पर अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया. दोनों देशों ने मुक्त, खुला और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. जनरल चौहान और ब्राजील के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल अगुइयार फ्रेयर ने क्षेत्रीय सुरक्षा, समुद्री स्वतंत्रता और सतत विकास पर सहयोग पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और भारत-ब्राजील के बीच बढ़ते वैचारिक सामंजस्य पर चर्चा की.
CDS जनरल अनिल चौहान के बयानों ने भारत की रणनीतिक दृष्टि और वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया. भारत ने न केवल अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाया है, बल्कि वैश्विक शक्तियों के साथ सहयोग को भी मजबूत किया है.