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फरीदाबाद के अल-फलाह विश्वविद्यालय में बन रहा था RDX ! दिल्ली कार धमाके बाद क्यों निशाने पर आई यूनिवर्सटी?

दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम हुए धमाके की जांच की जा रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि क्या अल-फलाह विश्वविद्यालय के लैब का इस्तेमाल विस्फोटक बनाने के लिए किया गया था?

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Edited By: Shanu Sharma
Delhi Blast
Courtesy: X (@sanjoychakra)

दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद से सुरक्षाकर्मी हाई अलर्ट पर हैं. इस त्रासदी में 12 लोगों की जान चली गई, वहीं कई लोग गंभीर हो गए. पुलिस और फॉरेंसिक टीम द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. जम्मू-कश्मीर से लेकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक हर एक संदिग्ध पर बारीकी से नजर रखा जा रहा है.

लाल किले के पास यह धमका फरीदाबाद से 2900 किलों विस्फोटक जब्त करने के ठीक एक दिन बाद हुआ है. जिसकी वजह से यह मामला और भी ज्यादा गंभीर हो गया है. पुलिस हरियाणा से लेकर दिल्ली तक के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है.  

अल-फलाह विश्वविद्यालय में पढ़ाता था आरोपी

पुलिस ने अल-फलाह विश्वविद्यालय से तीन लोगों को हिरासत में लिया है. इन तीनों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. पुलिस ने मंगलवार को अल-फलाह विश्वविद्यालय के मानव संसाधन अधिकारियों से पूछताछ भी की है. जांचकर्ता इस संबंध में जांच कर रहे हैं कि क्या अल-फलाह विश्वविद्यालय की लैब का इस्तेमाल आरडीएक्स या अन्य विस्फोटक बनाने के लिए किया गया था?

पुलिस ने इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के एक डॉक्टर मुजम्मिल शकील को 30 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पोस्टरों से जोड़ने के बाद गिरफ्तार किया गया था. शकील विश्वविद्यालय अस्पताल के आपातकालीन विभाग का प्रबंधन करते थे और मेडिकल छात्रों को पढ़ाते थे. उनसे पूछताछ के बाद हरियाणा और जम्मू पुलिस धौज में दो किराए के मकान पर पहुचीं, जहां विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ मिले. पुलिस अधिकारी का कहना है कि इससे यह पता चलता है कि बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना थी. पुलिस अब इनकी पूरी टीम की पहचान करने में जुटी है, लगातार छापेमारी की जा रही है. 

आतंकवादी नेटवर्का का भंडाफोड़ 

फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि एक आतंकवादी मॉड्यूल तैयार किया जा रहा था. हालांकि इस मामले में मैं अभी ज्यादा कुछ नहीं बता सकता क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है. उन्होंने आगे कहा कि और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसे बड़ी सफलता बताते हुए एक बड़ा आतंकवाद-रोधी अभियान बताया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और एजीयूएच से जुड़े एक अंतर-राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ.