Vasai Fort Controversy: वसई किला में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एक युवक छत्रपति शिवाजी महाराज का वेश धारण कर श्रद्धांजलि देने पहुंचा, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे अंदर जाने से रोक दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने मामले में जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया है.
जानकारी के अनुसार, युवक किले में शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देने और कुछ वीडियो शूट करने के लिए आया था. लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे परिधान के कारण प्रवेश की अनुमति नहीं दी. उनका कहना था कि किले के अंदर ऐतिहासिक या धार्मिक परिधानों में शूटिंग करने पर रोक है.
वायरल वीडियो में युवक सुरक्षा गार्डों से बहस करते और मराठी में जवाब न देने पर उन्हें धमकाते हुए दिखाई दे रहा है. युवक का आरोप है कि किले के अंदर प्री-वेडिंग शूट और डांस वीडियो की अनुमति दी जाती है, लेकिन जब उसने शिवाजी महाराज का वेश धारण किया तो उसे रोक दिया गया. उसने इसे शिवाजी महाराज की विरासत का अपमान करार दिया.
#Hindi Vs #Marathi language controversy at vasai fort in #Palghar district of #Maharashtra
— Indrajeet chaubey (@indrajeet8080) October 22, 2025
A security guard allegedly stopped a young man dressed as Chhatrapati Shivaji Maharaj while shooting.#MNS #language #Mumbai pic.twitter.com/2qxR61VK9C
वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आईं. कई उपयोगकर्ताओं ने इसे असंवेदनशील बताया और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की. वसई किले के प्रभारी एएसआई अधिकारी कैलास शिंदे ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो.
बता दें, वसई किला महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है और वहां पर एएसआई की ओर से विशेष दिशा-निर्देश लागू हैं. किले में किसी भी प्रकार की शूटिंग के लिए पहले से अनुमति लेनी अनिवार्य है.