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तुर्की के ड्रोन लगातार हो रहे ढेर, पाकिस्तान का जमकर बना रहे मजाक, तस्वीरों में देखें सबूत

नौशेरा जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, वहां स्थानीय लोगों ने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दी. इसके बाद भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की तलाशी ली.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Turkish drones
Courtesy: Social Media

जम्मू-कश्मीर के नौशेरा इलाके में 10 मई 2025 को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने एक गांव से तुर्की निर्मित कामिकेज़ ड्रोन बरामद किया. इस ड्रोन को पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल करने की साजिश का हिस्सा माना जा रहा है. 


नौशेरा, जो जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, वहां स्थानीय लोगों ने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दी. इसके बाद भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके की तलाशी ली. तलाशी के दौरान एक तुर्की निर्मित कामिकेज़ ड्रोन बरामद हुआ, जो हथियारों से लैस था और इसका उद्देश्य नागरिक क्षेत्रों में हमला करना प्रतीत होता है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह ड्रोन पाकिस्तान की ओर से भेजा गया था, जिसका मकसद नागरिकों को निशाना बनाकर क्षेत्र में अशांति फैलाना था.

कामिकेज़ ड्रोन क्या है?

कामिकेज़ ड्रोन एक प्रकार का मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) होता है, जो विस्फोटकों से लैस होता है और लक्ष्य पर हमला करने के लिए खुद को नष्ट कर देता है. तुर्की के सिसगार्ड सोंगर ड्रोन, जो इस घटना में बरामद हुआ, अपनी उन्नत तकनीक और सटीक निशाना लगाने की क्षमता के लिए जाना जाता है. ये ड्रोन असॉल्ट राइफल, ग्रेनेड लॉन्चर और मोर्टार जैसे हथियारों से लैस हो सकते हैं, जो इन्हें बेहद खतरनाक बनाते हैं. भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, इस ड्रोन का उपयोग खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के साथ-साथ नागरिक और सैन्य ठिकानों पर हमले के लिए किया जा सकता था.

पाकिस्तान की नापाक हरकतें

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए भारत में घुसपैठ की कोशिश की हो. हाल के महीनों में, खासकर 7 मई 2025 को भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने अपनी उकसावेपूर्ण गतिविधियां तेज कर दी हैं. ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमलों का सहारा लिया.

नौशेरा में बरामद ड्रोन इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान न केवल सैन्य ठिकानों, बल्कि आम नागरिकों को भी निशाना बनाने की साजिश रच रहा है. भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में 300-400 ड्रोनों के जरिए 36 से अधिक स्थानों पर हमले की कोशिश की, जिन्हें भारत के उन्नत वायु रक्षा तंत्र, जैसे एस-400 ट्रायम्फ और बराक-8 मिसाइल सिस्टम, ने नाकाम कर दिया.
 

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