'भगवान राम का निरादर करने वाले कर रहे संविधान निर्माताओं का अपमान..', जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हमारे संविधान में बीस से ज्यादा चित्र हैं और उनमें मौलिक अधिकारों के ऊपर जो चित्र है उसमें राम, लक्ष्मण, सीता हैं, जो लोग भगवान राम का निरादर कर रहे हैं वास्तव में वह हमारे संविधान निर्माताओं का अनादर कर रहे हैं.

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला है.इस दौरान धनखड़ ने कहा कि वह अपनी तीन पीढ़ियों के साथ निश्चित तौर पर अयोध्या धाम जाएंगे और अपनी यात्रा के बारे में जल्द ही जानकारी साझा करेंगे.
'भगवान राम का निरादर करने वाले संविधान निर्माताओं का कर रहे अपमान'
बीते कल उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जयपुर में आयोजित नेशनल इलेक्ट्रो होम्योपैथी संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा मुझे बहुत पीड़ा होती है जब कोई अज्ञानी इतिहास से अनभिज्ञ, यह हलफनामा दे देते हैं कि राम काल्पनिक हैं. हमारे संविधान में बीस से ज्यादा चित्र हैं और उनमें मौलिक अधिकारों के ऊपर जो चित्र है उसमें राम, लक्ष्मण, सीता हैं, जो लोग भगवान राम का निरादर कर रहे हैं वास्तव में वह हमारे संविधान निर्माताओं का अनादर कर रहे हैं. हमारे संविधान निर्माताओं ने बहुत सोच समझकर विवेकपूर्ण तरीके से प्रभु राम के उन चित्रों को वहां रखा है."
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को मिला निमंत्रण
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रित किया गया है. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और आरएसएस नेता राम लाल ने राष्ट्रपति को निमंत्रण पत्र दिया. निमंत्रण पत्र देने को लेकर VHP ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र सौंपा गया. उन्होंने इस पर अत्यंत हर्ष व्यक्त किया और कहा कि वो अयोध्या आने के लिए शीघ्र ही समय तय करेंगी. वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया गया है.