नई दिल्ली: देश राममय है, हर कोई राम की धुन में मग्न है. इस बीच राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. राहुल गांधी की न्याय यात्रा मंगलवार को गुवाहाटी पहुंची. मीडिया से बात करते हुए अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम था.
राहुल गांधी ने कहा कि कोई लहर नहीं है. मैं पहले कह चुका हूं कि यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम था. हम अपना प्लान देश के सामने रखेंगे. आने वाले दिनों में हम युवा, किसान और महिलाओं के लिए न्याय का हमारा रोडमैप जारी करेंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को बीजेपी, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फंक्शन बना दिया गया है. इस कारण हमारे नेताओं ने निमंत्रण अस्वीकार कर दिया.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी को निमंत्रण मिला था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था. पार्टी ने बयान जारी कर कहा था कि बीजेपी कार्यक्रम का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए कर रही है.
राहुल गांधी की यात्रा असम पहुंची है. जिसे पुलिस ने रोक दिया. पुलिस ने गुवाहाटी सिटी जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग कर दिया. इसके बाद कांग्रेस समर्थक पुलिस से भिड़ गए और बैरिकेडिंग तोड़ दी. घटना को लेकर राहुल ने कहा कि जिस रास्ते पर हमारी यात्रा को रोका गया है, उसी रास्ते से बजरंग दल और जेपी नड्डा की रैली निकली थी. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रास्ते पर लगे बैरिकेड हटा दिए हैं, लेकिन हमने कानून नहीं तोड़ा है.
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi says, "There is an idea of Nyay behind this Nyay Yatra. Congress party will bring forward its 5 pillars of justice in the next one month which give the country power..." pic.twitter.com/w4YdIgcnWX
— ANI (@ANI) January 23, 2024
उधर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि ये बर्दास्त नहीं किया जाएगा. ये नक्सली गतिविधियां हमारी संस्कृति से अलग हैं. मैंने असम पुलिस के DGP को निर्देश दिया है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को उकसाने के लिए FIR दर्ज करें. उन्होंने कहा कि आपके गैरजिम्मेदाराना आचरण और दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की वजह से अब गुवाहाटी की सड़कों पर भारी जाम लग गया.