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India Daily

'राम नहीं.. चुनाव आ रहे हैं..धर्म की पुनर्स्थापना बाकी..', तेज प्रताप यादव ने इशारों ही इशारों में बोला करारा हमला

बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि राम नहीं आ रहे हैं. चुनाव आ रहे हैं.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
Tej Pratap Yadav

हाइलाइट्स

  • तेज प्रताप यादव ने इशारों ही इशारों में बोला करारा हमला
  • 'राम नहीं चुनाव आ रहे हैं, धर्म की पुनर्स्थापना बाकी'

नई दिल्ली: रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासी जंग छिड़ गई है. विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से रामलला प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनाने के बाद अब सियासी बयान आने शुरू हो गये है. बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि राम नहीं आ रहे हैं. चुनाव आ रहे हैं.

'राम नहीं चुनाव आ रहे हैं'

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा "राम नहीं आ रहे हैं! चुनाव आ रहे हैं! श्री राम तो हमारे मन में, हृदय में और कण-कण में विराजमान हैं पूर्व से ही. सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री राम, विष्णु जी के अवतार हैं और भगवान विष्णु के अंतिम अवतार कल्कि अवतार को कलियुग का अंत होने के बाद धर्म की पुनर्स्थापना के लिए आना बाकी है. सियावर रामचंद्र की जय."

'भगवान राम अयोध्या नहीं आएंगे'

बीते दिनों लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि 22 जनवरी को भगवान राम अयोध्या नहीं आएंगे. उन्होंने दावा किया था कि भगवान राम उनके सपने में आए थे और कहा कि सब ढोंग है. हम उस दिन अयोध्या जाएंगे ही नहीं. तेज प्रताप ने मंदिर निर्माण और भव्य उद्घाटन समारोह को फिजूलखर्ची करार देते हुए RSS को शैतान बताया था. 

तमाम विपक्षी दलों ने प्राण प्रतिष्ठा से बनाई दूरी 

कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना (यूबीटी), सपा, BSP, TMC, RJD, JDU समेत कई तमाम विपक्षी दलों ने इस समारोह से दूरी बनाई थी. कांग्रेस ने इस समारोह को BJP और कांग्रेस का इवेंट करार दिया था. अब रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं. पीएम मोदी ने शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की. मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच पीएम मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की है. भव्य ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधि हिस्सा लिया.