3 दिन में गंजे हो रहे लोग, HMPV के बाद 'टकला वायरस' से भारत में मचा कोहराम

भारत में एक तरफ जहां HMPV के मामले बढ़ रहे हैं वहीं महाराष्ट्र के कई गांवों में एक रहस्यमयी बीमारी ने पैर पसार लिए हैं. बताया जा रहा है कि इस वायरल की वजह से लोग गंजे हो रहे हैं. स्वास्थय विभाग भी इसके कारणों का पता लगाने में जुट गया है.

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Hemraj Singh Chauhan

महाराष्ट्र में एक गंभीर वायरस ने कोहराम मचा रखा है. जहां एक तरफ  HMPV वायरस को लेकर भारत समेत दुनिया के बड़े देश अलर्ट मोड पर हैं. वहीं भारत में एक नए वायरस ने डर का माहौल पैदा कर दिया है. इस रहस्यमयी वायरस को टकला वायरस का नाम दिया गया है. महाराष्ट् के बुलढ़ाणा जिले के कई गांव इसकी चपेट में आ गए हैं. यहां रहने वाले कई लोग गंजेपन का शिकार हो रहे हैं.

दावा किया जा रहा है कि तीन दिन के अंदर ही लोग टकले हो रहे हैं. इस बीमारी की जानकारी मिलने के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. ग्रामीण लोग इस खतरनाक बीमारी से काफी डरे हुए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये नया वायरस काफी तेजी के साथ फैल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10 से 12 दिनों में ये रहस्यमयी बीमारी पैर पसार रही है. 

'तीन दिन में हो रहे हैं गंजे' 
महराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव तहसील में इस बीमारी का सबसे ज्यादा प्रकोप हुई है. यहां के करीब 15 गांवों में ये बीमारी तेजी से फैल रही है. इन इलाकों के रहने वाले लोग इस बीमारी का सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं. तीन दिनों में लोग के सिर से पूरे बाल उड़ रहे हैं.

रहस्यमयी बीमारी को दिया गया टकला वायरस का नाम
इस रहस्यमयी बीमारी से प्रभाविस लोग गंजे हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि लोगों के बाल एकाएक टूट रहे हैं. वो इस वजह से गंजे हो रहे हैं. इस बीमारी को इसी वजह से टकला वायरस नाम दिया गया है. इस बीमारी के बारे में ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है. इसके लक्षणों की भी अभी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं
आई है.

कैसे फैल रहा है टकला वायरस?
जानकारी के मुताबिक इस बीमारी में शुरुआत में लोग सिर में खुजली की शिकायत कर रहे हैं. इसके बाद धीरे-धीरे बाल टूट रहे हैं. आधे हफ्ते में ही लोगों का सिर पूरी तरह से गंजा हो रहा है. बाल इतने कमजोर हो जा रहे हैं कि हल्के स खींचने पर सारे बाल हाथ में आ रहे हैं. इस बीमारी से सभी उम्र के लोग प्रभावित हैं. इस वायरस की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थय विभाग भी सक्रिय हो गया है. विभाग के स्वास्थ्य अधिकारी अब प्रभावित गांवों से पानी के नमूनों की जांच कर रहे हैं.