menu-icon
India Daily

‘खून से तिलक करो...', जम्मू कश्मीर के सरकारी स्कूल में प्रार्थना कर रहे थे बच्चे, शिक्षा विभाग ने दिए जांच के आदेश

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों द्वारा ‘खून से तिलक करो, गोलियों से आरती’ जैसी पंक्तियां गाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
SchoSchool Prayer
Courtesy: unsplash

डोडा जिले के एक सरकारी स्कूल में सुबह की प्रार्थना के दौरान छोटे बच्चों से कथित रूप से ‘खून से तिलक करो, गोलियों से आरती’ जैसी पंक्तियां गाने का मामला सामने आया है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आ गया. शिक्षा विभाग ने इस पर संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है और संबंधित शिक्षक का वेतन जांच पूरी होने तक रोक दिया गया है. यह मामला जम्मू-कश्मीर के चिनाब क्षेत्र का है.

‘खून से तिलक’ प्रार्थना का वीडियो वायरल

वायरल वीडियो में सरकारी मिडिल स्कूल सिचल के बच्चे सुबह की प्रार्थना में राष्ट्रभक्ति से जुड़ी उग्र पंक्तियां गा रहे हैं— “पुकारती मां भारती, खून से तिलक करो, गोलियों से आरती.” वीडियो में शिक्षक बच्चों को संबोधित करते हुए कहते हैं— “आज 6 नवंबर है, और नई कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं… जय हिंद, जय भारत.” यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विवाद का विषय बन गया.

शिकायत के बाद जांच का आदेश

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता राजा शकील ने इस वीडियो को फेसबुक पर साझा कर मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) डोडा से औपचारिक शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि इस तरह के गीत छोटे बच्चों के मनोविज्ञान पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं. शिकायत में कहा गया कि यह “चरमपंथी और हिंसक” विचारधारा को प्रोत्साहित करने जैसा है. शिकायत मिलते ही शिक्षा विभाग ने मामले की जांच के आदेश जारी किए.

तीन सदस्यीय समिति गठित, वेतन रोका गया

डोडा के सीईओ इकबाल हुसैन ने तीन वरिष्ठ प्रिंसिपलों की एक जांच समिति बनाई है, जो दो दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी. आदेश में कहा गया है कि “मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षक का वेतन जांच पूरी होने तक रोका जाता है.” हुसैन ने बताया कि विभाग ने तुरंत कार्रवाई की है और आगे का निर्णय जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा.

प्रशासन ने दी चेतावनी

शिक्षा विभाग ने कहा कि किसी भी स्कूल में ऐसी प्रार्थनाएं या गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, जो बच्चों के मानसिक या सामाजिक विकास पर असर डालें. अधिकारियों ने सभी स्कूलों को चेतावनी दी है कि वे प्रार्थना या पाठ्य सामग्री में उचित और संवेदनशील भाषा का ही उपयोग करें.

संवेदनशील इलाका, प्रशासन सतर्क

डोडा जिला चिनाब क्षेत्र का हिस्सा है, जो साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाका माना जाता है. यहां मुस्लिम आबादी करीब 53 फीसदी और हिंदू आबादी लगभग 47 फीसदी है. इस संतुलन को देखते हुए प्रशासन ने कहा कि किसी भी तरह की सांप्रदायिक या उग्र गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाएगी.