IND Vs SA

भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर ऐलान के बाद एस जयशंकर का पहला बयान, आतंक के आकाओं को दी सख्त चेतावनी!

India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल युद्ध विराम की घोषणा हो चुकी है. इस घोषणा के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंक के आकाओं को एक सख्त चेतावनी दी है.

Social Media
Shanu Sharma

India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल युद्ध विराम की घोषणा हो चुकी है. इस घोषणा के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंक के आकाओं को एक सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि भारत भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार एक दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है, यह ऐसा करना जारी रखेगा.

विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि भारत और पाकिस्तान ने गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर एक समझ विकसित की है. दोनों देशों के बीच यह समझौता ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद बढ़े हुए तनाव के बाद हुआ है. 

डीजीएमओ ने की बातचीत

सीजफायर की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया. जिसके बाद दोनों देशों ने सहमति जताई कि शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाइयां बंद होंगी. इस समझौते को लागू करने के निर्देश जारी किए गए हैं. सेना की ओर से कहा गया कि दोनों पक्ष 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर बात करेंगे. सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी. 

डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर का किया ऐलान 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस युद्धविराम का श्रेय अपनी कूटनीति को दिया. उन्होंने दोनों देशों को समझदारी और बेहतर खुफिया जानकारी के लिए बधाई. पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी ट्रम्प के दावे का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा शांति के लिए प्रयास किया है, बिना अपनी संप्रभुता से समझौता किए. प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दोनों देशों के साथ गहन बातचीत की. हालांकि, यह युद्धविराम भारत-पाकिस्तान संबंधों में नाजुक स्थिति को दर्शाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य की शांति पाकिस्तान द्वारा अपनी धरती पर आतंकी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई पर निर्भर करेगी. भारत ने स्पष्ट किया है कि वह शांति का स्वागत करता है.