Rajasthan Next CM Suspense Continue Latest Updates: राजस्थान में सीएम कौन होगा, ये सवाल जयपुर से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है. फिलहाल, जवाब स्पष्ट नहीं है, क्योंकि ऑप्शन भी कई हैं. जैसे- बोर्ड एग्जाम में ऑब्जेक्टिव टाइप सवाल के चार जवाब होते थे, जिनमें से एक को चुनना होता था. यहां कैंडिडेट्स कईं हैं, जिनमें से एक को चुनना है.
अब सीएम कौन होगा, इस सवाल के सही जवाब के लिए इंतजार ही किया जा सकता है. इंतजार भी इसलिए क्योंकि मुख्यमंत्री के दावेदार लगातार भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. दिल्ली में भाजपा नेताओं की बैठकों का दौर भी लगातार जारी है. फिलहाल, सबसे बड़ा नाम जो सामने आ रहा है, वो वसुंधरा राजे का ही है. वसुंधरा बुधवार देर शाम दिल्ली पहुंची थीं.
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत भी हुई. बातचीत क्या हुई, इस बारे में कुछ सामने नहीं आया है. नड्डा के साथ वसुंधरा राजे की बैठक में दुष्यंत सिंह भी मौजूद रहे.
दरअसल, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे और भाजपा के सांसद दुष्यंत पर आरोप लगा है कि उन्होंने पांच विधायकों को जयपुर के रिजॉर्ट में बंधक बनाकर रखा है. भाजपा के एक एमएलए ललिता मीना के पिता ने ये दावा किया. कहा जा रहा है कि दुष्यंत प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं. वे किसी तरह भाजपा विधायकों को वसुंधरा के पक्ष में करना चाह रहे हैं. संभावना है कि प्रेशर पॉलिटिक्स वाले मुद्दे को लेकर जेपी नड्डा ने दुष्यंत और वसुंधरा राजे से कुछ बात की हो.
उधर, भाजपा हाईकमान दिल्ली में लगातार बैठक कर रहा है. राजस्थान समेत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नामों पर भी मंथन जारी है. फिलहाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है, उनमें वसुंधरा राजे के अलावा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, अर्जुनराम मेघवाल शामिल हैं. इनके अलावा भाजपा के सीनियर नेता और छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम माथुर, बाबा बालकनाथ, दीया कुमारी के नाम की भी चर्चा है.
राजस्थान में जिस तरीके से मुख्यमंत्रियों के नामों की लंबी लिस्ट सामने आई है. कहा जा रहा है कि भाजपा किसी को नाराज न करते हुए राज्य में मुख्यमंत्री के साथ दो डिप्टी सीएम बना सकती है. साथ ही जिसे मुख्यमंत्री या फिर डिप्टी सीएम नहीं बनाया जाएगा, उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाएगा. इसके लिए सभी समीकरणों पर विचार विमर्श किया जा रहा है, जिससे मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लेने में देर हो रही है. फिलहाल, खबर है कि भाजपा जल्द ही राजस्थान में पर्यवेक्षक भेजेगी, जो विधायक दल के साथ बैठक करेगी. इसके बाद नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा.