महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के विवादास्पद बयान “मराठी लोगों को हम यहां पटक-पटक कर मारेंगे” पर तीखा पलटवार किया. ठाकरे ने दुबे को चुनौती देते हुए कहा, “एक भाजपा सांसद ने कहा, ‘मराठी लोगों को हम यहां पटक-पटक कर मारेंगे’... तुम मुंबई आओ. मुंबई के समुद्र में डुबो-डुबोकर मारेंगे.” यह बयान महाराष्ट्र में भाषा विवाद के बीच आया है.
मराठी से कोई समझौता नहीं करूंगा
मुंबई के पास मीरा भायंदर में एक रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने मराठी भाषा और महाराष्ट्र की अस्मिता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “मैं मराठी और महाराष्ट्र के लोगों पर कोई समझौता नहीं करूंगा. जो लोग महाराष्ट्र में रहते हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं, ‘जल्द से जल्द मराठी सीखें, जहां जाएं, मराठी बोलें.’” ठाकरे ने चेतावनी दी कि अगर कक्षा 1 से 5 तक हिंदी को अनिवार्य किया गया, तो उनकी पार्टी स्कूल बंद कर देगी.
Mumbai: On 'Patak Patak ke Maarenge' remark of BJP MP Nishikant Dubey, MNS chief Raj Thackeray says, "I will not make any compromises over Marathi and the people of Maharashtra. Those who live in Maharashtra, to them I would like to say 'learn Marathi as soon as possible,… pic.twitter.com/KDljNInA9C
— ANI (@ANI) July 18, 2025
हिंदी अनिवार्यता पर विवाद
इस महीने की शुरुआत में, भाजपा नीत सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में हिंदी को अनिवार्य करने वाले दो आदेश वापस लिए थे, जब मनसे और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) सहित कई संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया. दुबे ने अपने बयान “तुमको पटक-पटक कर मारेंगे” को दोहराते हुए कहा कि मुंबई केवल मराठियों के लिए नहीं है.
मराठी अस्मिता की रक्षा
ठाकरे ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा, “कर्नाटक में वे अपनी भाषा के लिए लड़ते हैं. वहां का रिक्शा चालक भी जानता है कि सरकार उसकी भाषा के लिए उसके साथ है. उसी तरह, आप एक स्तंभ की तरह खड़े रहें और केवल मराठी बोलें.” उन्होंने मराठी को बढ़ावा देने के लिए जनता से एकजुट होने की अपील की.