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'अपराधियों को बचा रही सरकार', सतारा डॉक्टर सुसाइड मामले में राहुल गांधी ने BJP पर साधा निशाना

महाराष्ट्र के सतारा में महिला डॉक्टर की आत्महत्या को लेकर देशभर में आक्रोश है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे 'संस्थागत हत्या' करार देते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

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Edited By: Kuldeep Sharma
rahul gandhi
Courtesy: social media

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के सतारा जिले में महिला डॉक्टर की संदिग्ध आत्महत्या के मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सरकार पर 'अमानवीय और असंवेदनशील' होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि 'संस्थागत हत्या' है. डॉक्टर ने अपने आखिरी संदेश में पुलिस अधिकारी पर रेप और एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, 'जब सत्ता में बैठे लोग अपराधियों की ढाल बन जाते हैं, तो न्याय की उम्मीद किससे की जा सकती है?' उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की डॉक्टर की मौत ने भाजपा सरकार का 'असंवेदनशील और निर्दयी चेहरा' उजागर कर दिया है. राहुल ने इस घटना को 'सत्ता द्वारा संरक्षित अपराध की विचारधारा' करार दिया और कहा कि 'यह आत्महत्या नहीं, बल्कि संस्थागत हत्या है.'

डॉक्टर ने छोड़ा आखिरी संदेश

सतारा जिले के फलटन में तैनात यह महिला डॉक्टर एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत थीं. बीते गुरुवार रात वे होटल के कमरे में मृत पाई गईं. पुलिस के अनुसार, उनकी हथेली पर एक संदेश लिखा मिला, जिसमें उन्होंने पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने पर कई बार रेप का और सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इस खुलासे के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

दोनों आरोपी हिरासत में, एक ने किया सरेंडर

सतारा पुलिस अधीक्षक तुषार दोशी ने बताया कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर को शनिवार सुबह पुणे से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसी शाम सब-इंस्पेक्टर गोपाल बडाने ने फलटन ग्रामीण पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया. दोनों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. बडाने को सेवा से निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों पर रेप और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में केस दर्ज किया है.

'डॉक्टर खुद बनी सिस्टम की शिकार'

राहुल गांधी ने इस घटना को समाज के लिए 'चेतावनी' बताया. उन्होंने लिखा, 'एक होनहार डॉक्टर, जो दूसरों को जीवन देने की कसम खाई थी, खुद भ्रष्ट तंत्र के कारण मौत के मुंह में चली गई.' राहुल ने कहा कि ऐसे मामलों से सभ्य समाज का विवेक झकझोर जाता है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा से जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों ने डॉक्टर पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का दबाव भी बनाया था.

परिवार ने की आरोपियों को फांसी देने की मांग

डॉक्टर का अंतिम संस्कार बीड जिले के वडवानी तहसील के उनके पैतृक गांव में किया गया. परिवार ने न्याय की मांग करते हुए दोनों आरोपियों को फांसी की सजा देने की अपील की है. ग्रामीणों और सहयोगियों ने कहा कि डॉक्टर एक प्रतिभाशाली और संवेदनशील चिकित्सक थीं, जिनकी मौत ने राज्य के स्वास्थ्य तंत्र की खामियों को उजागर कर दिया है. समाज में अब यह सवाल गूंज रहा है कि आखिर बेटियां कब तक असुरक्षित रहेंगी?