Ragini Das Success Story: कभी Google से झेला रिजेक्शन, अब बनी स्टार्टअप्स की प्रमुख, जानिए रागिनी दास की प्रेरक कहानी
रागिनी दास, Leap.club की सह संस्थापक है, जो महिलाओं पर केंद्रित प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है. रागिनी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम का एक जाना पहचाना नाम है. अब जबकि गूगल ने उन्हें भारत में स्टार्टअप्स का प्रमुख नियुक्त किया है, तब वो देशभर के शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को सही दिशा, संसाधन और नेटवर्क प्रदान करने पर काम करेंगी.
Ragini Das Success Story: जिंदगी में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन मंजिल उसी को मिलती है, जो गिरने के बाद भी संभलना और दोबारा खड़े होकर चलना जानते हैं. इस बात को सिद्ध कर दिखाया है, रागिनी दास ने. जी हां, गूगल ने भारत में रागिनी दास को स्टार्टअप्स का प्रमुख नियुक्त किया है. खास बात यह है कि 12 साल पहले गूगल ने ही रागिनी को रिजेक्ट कर दिया था. लेकिन अब जबकि गूगल ने उन्हें एक महत्वपूर्ण और बड़ी भूमिका सौंपी है, तब वो कहावत सिद्ध होती नज़र आती है कि 'असफलता अंत नहीं, बल्कि सफलता की तैयारी का हिस्सा है'.
रागिनी दास, Leap.club की सह संस्थापक है, जो महिलाओं पर केंद्रित प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है. रागिनी भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम का एक जाना पहचाना नाम है. अब जबकि गूगल ने उन्हें भारत में स्टार्टअप्स का प्रमुख नियुक्त किया है, तब वो देशभर के शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को सही दिशा, संसाधन और नेटवर्क प्रदान करने पर काम करेंगी.
कैसा रहा शुरुआती सफर ?
रागिनी दास का शुरुआती सफर आसान नहीं रहा. 2013 में जब उसे नौकरी की तलाश थी, तब उसने गूगल और जोमैटो में इंटरव्यू दिया था. गूगल ने उसे रिजेक्ट कर दिया, लेकिन जोमैटो ने उसकी क्षमताओं को पहचाना और उसे अपने साथ काम करने का मौका दिया. यहां उन्होंने कई तरह की जिम्मेदारी संभाली जिससे उसके मैनेजमेंट स्किल को और अधिक धार मिली. जोमैटो में उनका सफर 6 सालों तक चला और इन 6 सालों में सेल्स, ग्रोथ और इंटरनेशनल एक्सपेंशन तक में उन्होंने अपनी भूमिका का निर्वहन किया.
जोमैटो में अपने सफर को रेखांकित करते हुए रागिनी कहती हैं कि जोमैटो ने मुझे यह समझने में मदद की कि मेरे करियर की असली ताकत क्या है. इसने मुझे आजीवन दोस्त दिए, सीखने का बेहद चुनौतीपूर्ण अनुभव दिया, और वह धैर्य व आत्मविश्वास भी सिखाया, जिसकी बदौलत मैं आगे बढ़कर Leap.club की सह-संस्थापक बन सकी.
गुरुग्राम की रहनेवाली है रागिनी
गुरुग्राम में जन्मी और चेन्नई के चेट्टीनाड विद्याश्रम में शिक्षा प्राप्त करने वाली रागिनी ने लैंकेस्टर विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री हासिल की है. कॉर्पोरेट दुनिया से परे भी रागिनी दास महिलाओं की आवाज़ को मज़बूती से आगे बढ़ा रही हैं। वह FICCI (Federation of Indian Chambers of Commerce & Industry) की वुमन इन स्टार्टप्स कमेटी की चेयर हैं. इस भूमिका में वह महिला उद्यमियों को पूंजी तक पहुंच और स्टार्टअप इकोसिस्टम में दृश्यता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं.
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