Pakistani Attack In Poonch: जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले में पाकिस्तान की नापाक हरकत के बाद भी भारतवासियों की आस्था और हिम्मत डगमगाई नहीं. जिस गुरुद्वारे को एक दिन पहले गोलाबारी में नुकसान पहुंचा, उसे लोगों ने अगली ही सुबह फिर से खोल दिया. जहां कल धमाके थे, आज फिर गुरुवाणी गूंज रही है.
पाकिस्तान की ओर से की गई भीषण गोलीबारी में गुरुद्वारे की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं थीं और तीन सिख श्रद्धालुओं की जान चली गई थी. लेकिन स्थानीय लोगों ने डर के आगे सिर नहीं झुकाया. उन्होंने न सिर्फ गुरुद्वारे के दरवाजे फिर से खोले, बल्कि उसमें पाठ और गुरुवाणी दोबारा शुरू कर दी.
गुरुद्वारे की दीवारों पर अब भी गोलियों और गोले के धमाकों के निशान साफ देखे जा सकते हैं. वहां की जमीन पर अब भी खून के धब्बे हैं, लेकिन लोगों की श्रद्धा और हिम्मत ने डर को पीछे छोड़ दिया है. इस हमले से पहले भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किया था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला था. लेकिन पाकिस्तान ने जवाब में आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया.
पाकिस्तान की इस क्रॉस-बॉर्डर गोलीबारी में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं. 57 से ज्यादा लोग घायल हैं. इसके बावजूद लोगों की हिम्मत नहीं टूटी.
शिरोमणि अकाली दल ने जताया कड़ा विरोध
एसएडी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना कायरता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी चाहिए. इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतवासी धमाकों से नहीं डरते, वे विरासत और धर्म की रक्षा के लिए जान भी दे सकते हैं. गुरुद्वारा फिर से खुलना सिर्फ एक धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि पाकिस्तान को सीधा जवाब है.