India Pakistan Match: 'हमारे 26 नागरिकों की जान की कीमत ज्यादा है या पैसे...,' भारत-पाक मैच पर विपक्ष का बीजेपी और केंद्र पर हमला
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर सियासी घमासान छिड़ गया है. विपक्षी दलों ने इसे शहीदों का अपमान बताया और सरकार पर पैसा कमाने का आरोप लगाया. उद्धव ठाकरे, ओवैसी, आप और कांग्रेस नेताओं ने सरकार व बीसीसीआई से मैच रोकने की मांग की. शहीद व्यवसायी की पत्नी ने भी मैच का बहिष्कार करने की अपील की.
India-Pakistan Match: भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले एशिया कप क्रिकेट मैच को लेकर देशभर में सियासी तूफान खड़ा हो गया है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 भारतीयों की जान जाने के बाद इस मुकाबले की टाइमिंग को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार और बीसीसीआई पर सवाल उठाए हैं. विरोधी दलों का कहना है कि शहीदों के खून की कीमत पर क्रिकेट का आयोजन करना बेहद असंवेदनशील और शहीदों का अपमान है.
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने देशभक्ति का व्यवसायीकरण कर दिया है. ठाकरे ने सवाल उठाया कि जब प्रधानमंत्री खुद कह चुके हैं कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते तो खून और क्रिकेट एक साथ कैसे चल सकते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के लिए पैसा और दान ज्यादा महत्वपूर्ण है, न कि देश के जवानों का बलिदान.
असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार को घेरा
इसी तरह AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया. ओवैसी ने कहा कि जिस पाकिस्तान ने हमारे 26 नागरिकों को मजहब पूछकर गोलियां मारीं, उसी से क्रिकेट खेलने की सरकार और बीसीसीआई में हिम्मत क्यों नहीं है कि इनकार कर सके. उन्होंने पूछा कि आखिर 2000 या 3000 करोड़ रुपये की कमाई क्या शहीदों की जान से ज्यादा कीमती है.
भावनाओं के साथ खिलवाड़
वहीं, पहलगाम में मारे गए व्यवसायी शुभम की पत्नी ऐशन्या ने भी भावुक अपील की. उन्होंने जनता से भारत-पाकिस्तान मैच का बहिष्कार करने और इसे टीवी पर न देखने की अपील की. उनका कहना है कि बीसीसीआई के लिए शहादत का कोई मूल्य नहीं है और पीड़ित परिवारों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कांग्रेस नेता ने कसा तंज
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने भी तंज कसते हुए कहा कि व्यापार हर जगह चलता रहेगा. भारत-पाकिस्तान का मुकाबला ऐसा लगता है जैसे दोनों देशों की सेनाएं लड़ रही हों और प्रसारण से भारी मुनाफा कमाया जा रहा हो. आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने भारत में होने वाले हॉकी टूर्नामेंट का बहिष्कार किया था, लेकिन बीसीसीआई पाकिस्तान के खिलाफ खेलने को लेकर बेताब क्यों है.
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