PM Modi Diwali Letter: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के अवसर पर देशवासियों को पत्र लिखते हुए न्याय, धर्म और विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को धर्म की रक्षा और अन्याय के प्रतिकार का प्रतीक बताया. यह अभियान 7 से 10 मई के बीच संचालित किया गया था और यह पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने न केवल धर्म का पालन किया बल्कि अन्याय का प्रतिशोध भी लिया.
उन्होंने भगवान श्रीराम के आदर्शों का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीराम हमें यह सिखाते हैं कि अन्याय से लड़ते हुए भी नैतिकता को बनाए रखना चाहिए. यह दीपावली अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद दूसरी दीपावली है. प्रधानमंत्री ने बताया कि इस वर्ष की दीपावली इसलिए भी खास है क्योंकि देश के उन दूरदराज जिलों में भी पहली बार दीप जलाए जा रहे हैं, जहां कभी नक्सलवाद और माओवादी आतंक का असर था.
उन्होंने कहा कि अब कई पूर्व उग्रवादी मुख्यधारा में लौट आए हैं और विकास के मार्ग पर विश्वास जता रहे हैं. प्रधानमंत्री ने हाल के 'नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स' का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी दरों में कटौती लागू की गई, जिससे नागरिकों को हजारों करोड़ की बचत हुई है. इसे उन्होंने 'जीएसटी बचत उत्सव' बताया.
PM Modi (@narendramodi) writes a letter to citizens on the occasion of Diwali. pic.twitter.com/OLSOm0zzPA
— Press Trust of India (@PTI_News) October 21, 2025
मोदी ने अपने पत्र में स्वदेशी अपनाने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हमें 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को अपनाना चाहिए और सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए. प्रधानमंत्री ने नागरिकों से तेल के उपयोग को 10 प्रतिशत कम करने, योग अपनाने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की.
प्रधानमंत्री मोदी ने दिवाली का गहरा अर्थ भी साझा किया. उन्होंने कहा कि जब एक दीपक दूसरे दीपक को जलाता है, तो उसकी रोशनी कम नहीं होती बल्कि और बढ़ जाती है. इसी भाव से हमें समाज में सद्भाव, सहयोग और सकारात्मकता के दीप जलाने चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पत्र में कहा कि भारत आज विश्व में स्थिरता और संवेदनशीलता का प्रतीक बन चुका है और जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है. उन्होंने देशवासियों से राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों का पालन करने का आह्वान किया और दीपावली की शुभकामनाएं दीं.