नई दिल्ली: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव चर्चा में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का जिक्र किया.पीएम मोदी ने कहा कि "आज देश में गरीबी तेजी से घट रही है. नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 साल में साढ़े 13 करोड़ लोग बाहर आए हैं.
आईएमएफ अपने वर्किंग पेपर में लिखा है कि भारत ने अति गरीबी को करीब-करीब खत्म कर दिया है. IMF ने हमारी डीबीटी और सोशल स्कीम को कहा है कि ये लॉजिस्टकल मार्बल है.
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO के मुताबिक जल जीवन मिशन के जरिए देश के करीब 4 लाख लोगों की जान बच रही है. ये 4 लाख कौन हैं. यह लोग निचले तबके के लोग हैं.मेरे गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित परिवारों के स्वजन हैं"
यह भी पढ़ें: "देश और सदन मणिपुर के साथ, जरूर उगेगा शांति का सूरज", लोकसभा में पीएम मोदी का बड़ा बयान
पीएम मोदी ने कहा कि WHO स्वच्छ भारत अभियान को एनालिसिस करके के कहता है कि इससे 3 तीन लाख लोगों को मरने से बचाया है. इस अभियान से लोगों की जान बचती है, भारत साफ होता है. वहीं, यूनिसेफ का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान के कारण हर साल गरीबों के 50 हजार रुपये बच रहे हैं.
संसद में पीएम मोदी ने कहा कि देश का ये विश्वास है कि जब 2028 में विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तब भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी. यह हमारा विश्वास है.
पीएम मोदी ने कहा कि साल 1990 में देश कंगाल होने की स्थिति में था. कांग्रेस के पिछले कार्यकाल में अर्थव्यवस्था 10, 11, 12 नंबर पर झूलती रहती थी लेकिन अब हमने शीर्ष-पांच में अपनी जगह बनाई है. कांग्रेस के लोगों को लगता होगा कि ये जादू की छड़ी से हुआ है. मैं बताना चाहता हूं कि यह कठोर परिश्रम, निश्चित योजना और सुधारों, परिश्रम की पराकाष्ठा से ही संभव हो पाया है"
यह भी पढ़ें: अधीर रंजन के इस बयान से सदन में मचा बवाल, अध्यक्ष ने कर दिया निलंबित