menu-icon
India Daily
share--v1

"लाल किले की प्राचीर से पीएम विपक्ष को कोसें और प्रोटोकॉल की उम्मीद..", पवन खेड़ा का मोदी पर जुबानी हमला

Independence Day 2023:.पवन खेड़ा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए ट्टीट पर लिखा है कि ''विपक्ष से तो प्रोटोकॉल का पालन करके लाल किले के कार्यक्रम में उपस्थित रहने की अपेक्षा की जाए और प्रधानमंत्री प्रोटोकॉल तोड़ते हुए लाल किले की प्राचीर से विपक्ष को कोसें हम यह क्यों स्वीकार करें"?

auth-image
Avinash Kumar Singh
"लाल किले की प्राचीर से पीएम विपक्ष को कोसें और प्रोटोकॉल की उम्मीद..", पवन खेड़ा का मोदी पर जुबानी हमला

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित किया. लाल किले से दिए अपने भाषण में पीएम मोदी ने पिछली सरकारों पर भी जमकर निशाना साधा. इस कार्यक्रम में कई दिग्गज नेता शामिल हुए लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही. अब इसी मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो चली है.

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के शामिल नहीं होने और पूरे समय उनकी सीट खाली पड़ी रहने को लेकर अब आरोप आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया है. बीजेपी की ओर से खड़गे के शामिल न होने को लेकर प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है.

इस आरोप के जवाब में कांग्रेस कांग्रेसी नेता पवन खेड़ा की जवाबी प्रतिक्रिया सामने आयी है.पवन खेड़ा ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए ट्टीट पर लिखा है कि ''विपक्ष से तो प्रोटोकॉल का पालन करके लाल किले के कार्यक्रम में उपस्थित रहने की अपेक्षा की जाए और प्रधानमंत्री प्रोटोकॉल तोड़ते हुए लाल किले की प्राचीर से विपक्ष को कोसें हम यह क्यों स्वीकार करें"?

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि "भ्रष्टाचार ने हमारे देश को दीमक की तरह नोंच लिया है लेकिन ये मोदी के जीवन का कमिटमेंट है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा. दूसरा परिवारवाद ने हमारे देश को नोंच लिया है इस परिवारवाद जिस तरह से देश को जकड़ के रखा है इसने लोगों का हक छीना है. तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है. इस तुष्टिकरण ने देश की मूलभूत चिंतन को हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं. तहस-नहस कर दिया है. इसलिए हमें इन बुराइयों- भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के साथ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि "प्रमुख विपक्षी दल के नेता अगर स्वतंत्रता दिवस पर नहीं आते हैं तो इससे कांग्रेस की मानसिकता का पता चलता है. अब आजादी के इस 77वें स्वतंत्रता दिवस पर अगर देश के प्रमुख विपक्षी दल के नेता नहीं आते हैं, राज्यसभा में प्रमुख विपक्षी दल के नेता हैं वह नहीं आते हैं तो आप कल्पना कर सकते हैं कि कांग्रेस की मानसिकता क्या है. जब वह सत्ता में थे तब उनकी सोच क्या थी. आज विपक्ष में बैठे हैं तो वैसे ही तड़प रहे हैं जैसे बिना पानी के मछली तड़पती है"

यह भी पढ़ें: "विपक्ष में रहते तड़प ऐसी जैसे बिना पानी के मछली....", खड़गे के लाल किले न पहुंचने पर अनुराग ठाकुर का बड़ा बयान