ई-सिगरेट,भौ-भौ,पन्ने फटे, मेजों पर चढ़कर नारेबाजी, विपक्ष का आधी रात प्रदर्शन, वीडियो में देखें शीतकालीन सत्र के वायरल मोमेंट्स

संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे, तीखी बहसों और वायरल घटनाओं के नाम रहा. वेपिंग विवाद, बिलों पर टकराव और नेताओं की नोकझोंक ने 19 दिनों के सत्र को यादगार बना दिया.

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Kuldeep Sharma

19 दिन चला संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करते हुए 111 प्रतिशत कार्य उत्पादकता का उल्लेख किया. 

हालांकि, यह सत्र विधायी कामकाज से ज्यादा शोर-शराबे, आरोप-प्रत्यारोप और कई असामान्य घटनाओं के कारण चर्चा में रहा. सोशल मीडिया पर संसद के भीतर के कई दृश्य वायरल हुए, जिन्होंने लोकतांत्रिक बहस के साथ-साथ राजनीतिक टकराव की तस्वीर पेश की.

वेपिंग विवाद ने मचाया बवाल

सत्र के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के उस आरोप की रही, जिसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कीर्ति आजाद पर लोकसभा के भीतर ई-सिगरेट इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसे नियमों का उल्लंघन बताया. इस मुद्दे पर तृणमूल और भाजपा आमने-सामने आ गए, जबकि स्पीकर से कार्रवाई की मांग भी की गई.

यहां देखें वीडियो

VB-G RAM G बिल पर उग्र हंगामा

Viksit Bharat- Guarantee for Rozgar and Ajeevika Mission (Gramin) बिल के पारित होने के दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ. विपक्षी सांसद वेल में आ गए, नारेबाजी की और बिल की प्रतियां फाड़ दीं. ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे ‘बापू के आदर्शों की हत्या’ बताया. विपक्ष ने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त बहस के एक अहम कानून पारित कर दिया गया.

राहुल-शाह आमना-सामना

विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी नोकझोंक हुई. राहुल गांधी ने कथित फर्जी मतदाताओं और चुनाव आयोग को दी गई छूट पर खुली बहस की चुनौती दी. अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि संसद उनके कहने पर नहीं चलेगी. इस बहस ने सत्र की राजनीतिक गर्मी और बढ़ा दी.

विरोध, वॉकआउट और देर रात धरना

VB-G RAM G बिल के विरोध में विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट किया और संसद परिसर में रातभर धरना दिया. विपक्ष का आरोप था कि सरकार ने जल्दबाजी में कानून थोप दिया. वहीं, सरकार ने इसे ऐतिहासिक सुधार बताया. इन सबके बीच प्रियंका गांधी और नितिन गडकरी की सौहार्दपूर्ण मुलाकात जैसे हल्के पल भी देखने को मिले. शीतकालीन सत्र इसी विरोधाभास के साथ समाप्त हुआ.