Pakistan Media On Modi Srinagar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान दौरे को लेकर पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तानी मीडिया ने पीएम मोदी को लेकर अपनी बौखलाहट भी दिखाई है. 'द डॉन' ने अपने आर्टिकल में केंद्र शासित प्रदेश को 'भारतीय कब्जे' वाला कश्मीर बताया. 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद पीएम मोदी ने पहली बार गुरुवार को कश्मीर का दौरा किया था.
'द डॉन' ने लिखा- विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद पहली बार मोदी ने भारतीय कब्जे वाले कश्मीर का दौरा किया. उसने लिखा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वे 2019 में विशेष दर्जा के खत्म होने के बाद घाटी की अपनी पहली यात्रा पर 'कब्जे वाले कश्मीर में दिल जीतने' के लिए काम कर रहे हैं.
ध्यान देने वाली बात ये कि पाकिस्तान ने अपने आर्टिकल में हर जगह कश्मीर को भारतीय कब्जे वाला बताया है. अर्टिकल में आगे लिखा गया कि मोदी की सरकार ने लगभग पांच साल पहले मुस्लिम-बहुल क्षेत्र से उसकी विशेष संवैधानिक स्थिति छीन ली, पूर्व राज्य को केंद्र शासित दो क्षेत्रों में विभाजित कर दिया.
द डॉन ने लिखा कि मोदी सरकार के इस कदम का पूरे भारत में व्यापक स्वागत हुआ, लेकिन घाटी में कई लोग नाराज हो गए.
पाकिस्तानी मीडिया ने पीएम मोदी को हिंदू राष्ट्रवादी नेता बताते हुए लिखा कि उन्होंने श्रीनगर में एक सार्वजनिक रैली में कहा, "मैं आपका दिल जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं और आपका दिल जीतने का मेरा प्रयास जारी रहेगा."
मोदी ने एक स्टेडियम में हजारों लोगों की उपस्थिति वाली रैली में कहा, "[अधिकृत] जम्मू और कश्मीर सिर्फ एक क्षेत्र नहीं है, यह देश का मुकुट है." मोदी ने इस क्षेत्र की संवैधानिक विशेष स्थिति को रद्द करने और इसके स्थायी निवासियों के लिए भूमि और नौकरियों की विरासत में मिली सुरक्षा को रद्द करने पर गर्व महसूस किया.
पाकिस्तानी मीडिया ने लिखा कि आने वाले दिनों में शुरू होने वाले पवित्र महीने से पहले मोदी ने कहा, "आज, (कब्जे वाले) कश्मीर से मैं पूरे देश को आने वाले रमज़ान की शुभकामनाएं देता हूं."
मोदी ने भारत के कब्जे वाले कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में कृषि-अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई विकास परियोजनाओं और सरकारी योजनाओं का भी रिमोट से उद्घाटन किया. इसमें श्रीनगर में स्थित मुस्लिम तीर्थस्थल हजरतबल के आसपास नया बुनियादी ढांचा भी शामिल था.
मीडिया ने ये भी लिखा कि मोदी सरकार का दावा है कि केंद्र शासित कश्मीर पर सीधे शासन से 'शांति और विकास' का एक नया युग आया, लेकिन घाटी के लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार के फैसले ने यहां के लोगों और प्रेस की स्वतंत्रता को छीन लिया है.
शहर के अधिकांश स्कूल दिन भर के लिए बंद थे और अधिकारियों ने सरकारी कर्मचारियों को रैली में भाग लेने के लिए बुलाया था. पाक मीडिया ने लिखा कि मोदी की रैली से पहले भारत अधिकृत कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सरकार पर भीड़ लाने के लिए बसें आयोजित करने का आरोप लगाया और कहा कि लगभग कोई भी स्वेच्छा से इसमें शामिल नहीं होगा.