पहलगाम आतंकवादी हमले के 26 पीड़ितों में से एक सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता हैदर शाह ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की है. भारत की तरफ से बुधवार रात पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था. हैदर शाह ने कहा कि भारतीय सेना ने पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या का बदला ले लिया है. कहा कि भविष्य में किसी को भी इस तरह अपनी जान नहीं गंवानी चाहिए. 15 दिन बाद भारत ने पहलगाम हमले का पाकिस्तान को कमरतोड़ जवाब दिया है.
आधी रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है. सेना ने इस ऑपरेश का नाम 'सिंदूर' रखा गया. मंगलवार देर रात को तीनों सेनाओं के संयुक्त अभियान में 9 जगहों पर हमला किया गया. स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है.
हैदर शाह ने एएनआई से कहा, 'हमें खुशी है कि मेरे बेटे सहित पहलगाम के 26 पीड़ितों की हत्या का बदला ले लिया गया है. मैं सरकार को धन्यवाद देता हूं. सुरक्षा बलों और सरकार ने बदला लिया... भविष्य में किसी को भी इस तरह अपनी जान नहीं गंवानी चाहिए... हमें पीएम मोदी पर भरोसा था... हमें आज न्याय मिला.'
#WATCH अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले में पर्यटकों को बचाने की कोशिश करते हुए स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन शाह की मौत हो गई थी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
उसके पिता हैदर शाह ने कहा, "आज जो 26 मारे गए लोगों का बदला लिया गया उससे हम खुश हैं। हम सरकार का धन्यवाद करते हैं, फौज और सरकार ने बदला… pic.twitter.com/U78xAvqG1K
इस बीच, बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकी शिविरों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के सफल क्रियान्वयन के बाद, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि "दुनिया को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए." एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में, जयशंकर ने कहा, "दुनिया को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए. #ऑपरेशन सिंदूर." सूत्रों ने एएनआई को बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने समन्वित अभियान में विशेष परिशुद्धता वाले हथियारों का उपयोग करते हुए नौ आतंकी ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया, जिनमें बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट सहित पाकिस्तान में चार और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में पांच शामिल हैं.
इस ऑपरेशन को भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया, जिसमें सेना और सैन्य बलों को शामिल किया गया. सूत्रों ने एएनआई को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात भर ऑपरेशन सिंदूर पर लगातार नजर बनाए हुए थे. भारतीय सुरक्षा बलों ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में शामिल जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने के लिए स्थानों का चयन किया. यह पिछले पांच दशकों में पाकिस्तानी क्षेत्र में नई दिल्ली की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई है. ये हमले पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों का बदला लेने और भारत में आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में शामिल जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के नेताओं को खत्म करने के लिए किए गए थे. (शीर्षक को छोड़कर, इस लेख को डीएनए स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और यह एएनआई से प्रकाशित हुआ है).