नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजनीति में अपने चाचा शरद पवार से भतीजे अजित पवार के बगावत के बाद अब एक नया मोड़ आ गया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शरद पवार गुट की ओर से निर्वाचन आयोग को कई मुद्दों पर जवाब दाखिल कर दिया गया है. शरद पवार गुट की ओर से दाखिल किए गए जवाब में कहा गया है कि पार्टी ने नाम, निशान और नियंत्रण के मुद्दे पर में कोई दो फाड़ नहीं है.
एनसीपी नेता शरद पवार ने पार्टी में विभाजन से इंकार करते हुए कहा कि पार्टी से बगावत करने वाले विधायकों को अयोग्य करार करने के लिए विधान सभा स्पीकर के पास अर्जी लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि सभी बागियों को पार्टी की कार्यसमिति समेत अन्य पदों से भी हटा दिया गया है.
NCP पर दोनों गुट का दावा
एनसीपी पर दो गुट की ओर से अपनी दावेदारी को लेकर निर्वाचन आयोग को आवेदन दिया गया था. पार्टी को लेकर निर्वाचन आयोग को दिए गए आवेदन में दोनों गुट की ओर से पार्टी पर नियंत्रण बताया गया था. एनसीपी पर दोनों गुट के दावों के बाद आयोग की ओर से दोनों गुट से जवाब मांगा था. इसी मामले में शरद पवार गुट की ओर से अब जवाब दाखिल किया गया है.
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अजित पवार गुट का जवाब
अजित पवार गुट की ओर से इस मामले में 30 जून को जबाब दे दिया गया था. उन्होंने कहा था कि पार्टी ने अपना अध्यक्ष बदल दिया है. एनसीपी ने अब अजित पवार को अपना अध्यक्ष चुना है. अजित पवार गुट की ओर से यह भी दावा किया गया था कि असली एनसीपी उनकी वाली ही है. इसी को आधार बनाते हुए अजित पवार गुट ने निर्वाचन आयोग में एनसीपी पर अधिकार, चुनाव चिन्ह और नाम पर दावे की याचिका दाखिल की थी.