हाल के सैन्य संघर्ष के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार (9 जून) को कहा कि भारत आतंकवादी लक्ष्यों पर हमला करने से नहीं हिचकेगा, चाहे वे पाकिस्तान में कितने ही गहरे क्यों न हों. ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के साथ उच्च-स्तरीय व्यापार वार्ता के दौरान पॉलिटिको को दिए इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा, "पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो आतंकवाद को अपनी नीति के हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है."
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर की यह टिप्पणी भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के बाद आई, जो एक "सीजफायर समझौते" के तहत रुका. यह संघर्ष पाकिस्तान द्वारा भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले की असफल कोशिश के बाद शुरू हुआ, जिसका जवाब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ढांचे पर सैन्य हमले करके दिया. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. हमलावरों के पाकिस्तान से संबंध पाए गए थे.
"अगर वे गहरे हैं, तो हम भी गहरे जाएंगे"- जयशंकर
ब्रुसेल्स से जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए कहा, "अगर वे पाकिस्तान में गहरे हैं, तो हम भी पाकिस्तान में गहरे जाएंगे." उन्होंने स्पष्ट किया, "पाकिस्तान आतंकवाद को अपनी नीति के हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है. यही पूरी समस्या है." जब उनसे पूछा गया कि क्या पिछले महीने की शत्रुता के कारण अब भी मौजूद हैं, तो उन्होंने कहा, "अगर आप आतंकवाद के प्रति प्रतिबद्धता को तनाव का स्रोत कहते हैं, तो निश्चित रूप से, यह है."
राफेल और भारतीय हमलों की प्रभावशीलता
जयशंकर ने भारतीय वायुसेना की ताकत पर जोर देते हुए कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों और मिसाइलों ने पाकिस्तानी वायुसेना को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसके बाद इस्लामाबाद को शांति की गुहार लगानी पड़ी. पॉलिटिको के हवाले से उन्होंने कहा, "मेरे लिए, राफेल या अन्य प्रणालियों की प्रभावशीलता का सबूत पाकिस्तानी हवाई अड्डों का विनाश है." उन्होंने आगे कहा, "10 मई की सुबह हमने पाकिस्तान के आठ प्रमुख हवाई अड्डों पर हमला किया और उन्हें अक्षम कर दिया." जयशंकर ने जोड़ा, "मेरी बात पर यकीन न करें, ये तस्वीरें गूगल पर उपलब्ध हैं. आप उन रनवे और हैंगर को देख सकते हैं जिन्हें निशाना बनाया गया."