menu-icon
India Daily

Andhra Pradesh Quarry Accident: आंध्र प्रदेश की ग्रेनाइट खदान में बड़ा हादसा, 6 मजदूरों की दर्दनाक मौत, राहत कार्य तेज

आंध्र प्रदेश के बापटला जिले की ग्रेनाइट खदान में रविवार को हुए हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. चट्टानों के ढहने से यह दुर्घटना हुई. मुख्यमंत्री ने राहत और जांच के आदेश दिए हैं. सुरक्षा में लापरवाही को हादसे की वजह माना जा रहा है.

auth-image
Edited By: Km Jaya
Granite quarry accident
Courtesy: Social Media

Andhra Pradesh Quarry Accident: आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में रविवार को एक निजी ग्रेनाइट खदान में हुए भीषण हादसे में कम से कम 6 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसा बल्लिकुरवा क्षेत्र में उस समय हुआ जब खदान का किनारा अचानक ढह गया और भारी-भरकम चट्टानें मजदूरों पर गिर गईं.

वहां मौजूद लोगों ने बताया कि खदान में 15-20 मजदूर कार्यरत थे, जिनमें से अधिकतर ओडिशा से आए प्रवासी श्रमिक थे. घटना के समय ब्लास्टिंग ऑपरेशन चल रहा था, तभी चट्टानों का एक बड़ा हिस्सा ढह गया, जिससे कई मजदूर मलबे में दब गए.

शवों को मलबे से निकालने का प्रयास जारी 

पुलिस और प्रशासन की टीमों ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. आठ गंभीर रूप से घायलों को नर्सरावपेटा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों के शवों को मलबे से निकालने का प्रयास जारी है.

राहत और बचाव कार्य शुरू

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए. उन्होंने घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के आदेश दिए हैं.

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल 

बापटला के जिला कलेक्टर जे. वेंकट मुरली और पुलिस अधीक्षक तुषार डुडी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. राजस्व विभाग के अधिकारी भी इस अभियान में सहयोग कर रहे हैं. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिससे यह हादसा हुआ. इसी तरह का एक और हादसा 16 मई को श्रीकाकुलम जिले के मेलईपुट्टी मंडल के डब्बागुडा क्षेत्र में हुआ था, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी. उस मामले में जिलेटिन स्टिक के विस्फोट को हादसे की वजह बताया गया था. मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे हादसे की गहन जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.