Lok Sabha Election 2024: राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन आज से शुरू हो गया है. इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी समेत विपक्ष को जमकर घेरा. उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर कांग्रेस को लेकर कटाक्ष किया और कहा कि आप नहीं आए, ये आपके कर्म थे.
भाजपा के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने एनडीए को आगामी लोकसभा चुनाव जीतने का विश्वास जताया. उन्होंने कहा कि कहा कि मोदी सरकार के लगातार तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. नड्डा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता को याद दिलाया. कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अनुष्ठान का नेतृत्व किया था.
उन्होंने कहा कि हमने वह समय भी देखा जब 1989 में पालमपुर में राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था और वहां यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि हम राम मंदिर के निर्माण के लिए सभी संभावनाएं तलाशेंगे. कुछ लोगों ने हमारा मजाक उड़ाया था कि हम मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन हमें तारीख नहीं बताएंगे. अब राम मंदिर का निर्माण हुआ और 22 जनवरी को पीएम मोदी ने राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की. इस दौरान नड्डा ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप नहीं आए, ये आपके कर्म थे.
जब जेपी नड्डा ने राम मंदिर का जिक्र किया तो भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर कार्यक्रम के लिए कांग्रेस नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने निमंत्रण ये कहते हुए अस्वीकार कर दिया था कि ये धर्म का नहीं बल्कि एक व्यक्तिगत मामला है. लेकिन आरएसएस और भाजपा ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर की राजनीतिक परियोजना बनाई. कहा गया कि भाजपा और आरएसएस के नेताओं ने अधूरे मंदिर का उद्घाटन किया जो स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए किया गया है.
अपने भाषण में नड्डा ने 2014 से लेकर 2019 तक के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आज हम गर्व के साथ कहते हैं कि हमारी पार्टी के नेताओं की कड़ी मेहनत और प्रयासों ने हमारे अधिवेशन को 'महा अधिवेशन' में बदल दिया है. आज बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है. 2014 से पहले हमारी सिर्फ पांच राज्यों में सरकारें थीं और लंबे समय तक हम 5-6 राज्यों में ही अटके रहे. साल 2014 के बाद से लेकर आज तक 17 राज्यों में एनडीए की सरकारें हैं. जबकि 12 राज्यों में बीजेपी की सरकार है.