कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में तीन लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई 24 वर्षीय लॉ छात्रा को हमले के दौरान घबराहट का दौरा पड़ा और उसने तीनों आरोपियों से उसे अस्पताल ले जाने का आग्रह किया. हालांकि, ऐसा करने के बजाय आरोपियों में से एक ने उसके लिए इनहेलर मंगवाया. सरकारी वकील सोरिन घोषाल ने मंगलवार को शहर की एक अदालत को बताया.
सामूहिक बलात्कार का विचलित करने वाला विवरण साझा करते हुए घोषाल ने अदालत को बताया, जब पीड़िता को घबराहट का दौरा पड़ा और वह सांस लेने में असमर्थ हो गई तो आरोपियों ने उसे अस्पताल ले जाने के बजाय उसे इनहेलर दे दिया ताकि वह बेहतर महसूस करे और वे उसे फिर से प्रताड़ित कर सकें.
इनहेलर दिया और...
पीड़िता ने अपनी शिकायत में घबराहट के दौरे के बारे में भी बताया था और बताया था कि कैसे मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने अन्य दो आरोपियों जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी -को उसके लिए इनहेलर लाने को कहा था. उन्होंने कहा, मुझे घबराहट का दौरा पड़ा और सांस लेने में तकलीफ़ हो रही थी. मिश्रा ने अहमद और मुखर्जी को कमरे के अंदर आने को कहा. मैंने उनसे मदद मांगी. मैंने उनसे कहा कि वे मुझे अस्पताल ले जाएं. लेकिन वे मेरी मदद नहीं कर रहे थे. फिर मिश्रा ने उनसे कहा कि वे मेरे लिए इनहेलर लेकर आएं.
पुलिस ने बताया कि अहमद ने ही पास की एक फार्मेसी से इनहेलर खरीदा था. हालांकि, इनहेलर की मदद से पीड़िता को थोड़ा बेहतर महसूस हुआ, लेकिन कुछ ही समय बाद आरोपी ने उसे फिर से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. पुलिस ने उस फार्मेसी का पता लगा लिया जहां से इन्हेलर लाया गया था, जिससे पीड़िता के बयान की पुष्टि हुई और यूपीआई के माध्यम से किए गए 350 रुपये के भुगतान की रसीद भी जब्त कर ली गई.
आरोपी को 8 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा गया
25 जून को 24 वर्षीय विधि छात्रा के साथ बलात्कार के आरोपी तीनों लोगों को 8 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा कॉलेज में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करता था और वह कॉलेज का पूर्व छात्र भी है, जबकि अन्य दो आरोपी -जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी वर्तमान में वहां पढ़ रहे थे. कॉलेज के एक सुरक्षा गार्ड पिनाकी बंद्योपाध्याय को भी अपराध के प्रति कथित रूप से आंखें मूंदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.