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Rape in Kolkata law college: 'चिल्लाई, उनके पैर छुए लेकिन...', कोलकाता गैंगरेप पीड़िता की आपबीती सुन दिल दहल जाएगा

पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने उसके शादी के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद गुस्से में उसे धमकाया. उसने बताया कि वह पहले से ही एक रिलेशनशिप में है, जिसके बाद मिश्रा ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया. उसने पीड़िता और उसके प्रेमी को जान से मारने की धमकी दी.

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Edited By: Garima Singh
Kolkata Rape Case
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Kolkata Rape Case: दक्षिण कोलकाता के कस्बा इलाके में स्थित एक लॉ कॉलेज में कानून की एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. इस मामले में तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के एक पूर्व पदाधिकारी मोनोजीत मिश्रा (31) और दो अन्य छात्रों, अहमद और मुखर्जी, को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर दर्ज FIR में इस जघन्य अपराध का खुलासा किया है, जिसमें पीड़िता ने अपने साथ हुई क्रूरता का विस्तृत विवरण दिया है.  

पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा ने उसके शादी के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद गुस्से में उसे धमकाया. उसने बताया कि वह पहले से ही एक रिलेशनशिप में है, जिसके बाद मिश्रा ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया. उसने पीड़िता और उसके प्रेमी को जान से मारने की धमकी दी और उसके माता-पिता को गिरफ्तार करवाने की बात कही. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता ने बयान में कहा, "मैंने उनके पैर छुए, लेकिन उन्होंने मुझे जाने नहीं दिया... वे मुझे जबरन गार्ड रूम में ले गए, मेरे कपड़े उतारे और मेरे साथ बलात्कार किया."  

हॉकी स्टिक से की पिटाई

पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि मिश्रा ने इस पूरी घटना को रिकॉर्ड किया और धमकी दी कि अगर उसने विरोध किया तो वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा. जब उसने यौन उत्पीड़न का विरोध करने और भागने की कोशिश की, तो आरोपी ने कथित तौर पर हॉकी स्टिक से उसकी पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.  

घटना का समय और गिरफ्तारी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना बुधवार शाम 7:30 बजे से 10:50 बजे के बीच दक्षिण कलकत्ता लॉ कॉलेज परिसर में हुई गुरुवार शाम को पुलिस ने कस्बा के एक ट्रैफिक सिग्नल पर मिश्रा और अहमद को हिरासत में लिया और उनके मोबाइल फोन जब्त किए. तीसरे संदिग्ध मुखर्जी को शुक्रवार सुबह 12:30 बजे उसके घर से गिरफ्तार किया गया, और उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया.  

भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया

इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "रिपोर्टों से पता चलता है कि कॉलेज के अधिकारियों को अपराध होने के दौरान गेट बंद करने का निर्देश दिया गया था!" मालवीय ने तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "यह सिर्फ एक अपराध नहीं है. यह सर्वोच्च स्तर का कवर-अप है. टीएमसी बलात्कारियों और उनके संरक्षकों की पार्टी बन गई है."  उन्होंने आगे कहा, "हम राजनीतिक ताकत को इस अपराध को दबाने नहीं देंगे. हम ममता बनर्जी के शासन को न्याय की आवाज को दबाने नहीं देंगे. भाजपा पीड़ित के साथ मजबूती से खड़ी है और न्याय मिलने तक हम लगातार लड़ते रहेंगे."  

न्याय की मांग

यह घटना न केवल कोलकाता बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है. समाज के सभी वर्गों से इस जघन्य अपराध के खिलाफ आवाज उठ रही है, और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग तेज हो रही है. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और जनता की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस मामले में कितनी जल्दी और सख्त कार्रवाई की जाएगी.