चुनाव आयोग ने ट्वीट हटवाए, अब पुलिस ने भेजा समन, कर्नाटक में ऐसा क्या कर रही है BJP?
कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल से एक विवादित पोस्ट किया गया था जिसमें राहुल गांधी को एससी-एसटी की अनदेखी करते हुए मुसलमानों को धन वितरित करते हुए दिखाया गया था.
कर्नाटक बीजेपी के ट्विटर हैंडल से किए गए विवाद पोस्ट को लेकर कर्नाटक पुलिस ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को नोटिस जारी किया है. दोनों नेताओं को सात दिन के भीतर बेंगलुरु पुलिस से सामने पेश होने को कहा गया है.
समन में पुलिस ने क्या कहा
कर्नाटक पुलिस ने दोनों नेताओं को भेजे समन में कहा है कि रमेश बाबू ने बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में इस बाबत शिकायत दी है. इस शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
रमेश बाबू ने अपनी शिकायत में कहा कि कर्नाटक बीजेपी द्वारा शेयर की गई वीडियो एससी-एसटी समुदाय के सदस्यों के प्रति घृणा और भेदभाव को बढ़ावा देती है. इसी के आधार पर FIR दर्ज की गई है.
विवादित वीडियो में क्या था
बता दें कि 4 मई 2024 को भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल @bjp4karnataka से एक वीडियो पोस्ट किया गया था इस वीडियो में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों की अनदेखी करते हुए मुसलमानों को धन वितरित करते हुए व्यंगपूर्ण तरीके से दिखाया गया था. मंगलवार को कर्नाटक में मतदान समाप्त होने के दो घंटे के भीतर चुनाव आयोग ने इस विवादास्पद वीडियो को हटाने का निर्देश दिया था.
कांग्रेस नेता रमेश बाबू की शिकायत पर पुलिस जेपी नड्डा, अमित मालवीय और भाजपा कर्नाटक इकाई के प्रमुख बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (2) (सार्वजनिक उत्पात मचाने वाला बयान), जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) के तहत FIR दर्ज की है.