Jayant Chaudhary: राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के मुखिया जयंत चौधरी आखिरकार एनडीए में शामिल हो गए. उन्होंने एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. मीडिया से बात करते हुए जयंत चौधरी ने सपा से अलग होने और बीजेपी से जुड़ने को लेकर सफाई दी है. बीते कई दिनों से उनके बीजेपी के साथ जाने की अटकलें थीं. चौधरी चरण सिंह को केंद्र सरकार द्वारा भारत रत्न की घोषणा के बाद से ये तय माना जा रहा था कि जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ देंगे और एनडीए के साथ चले जाएंगे.
जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे चार विधायकों के नाराज होने की खबर गलत है. हमने विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद ही फैसला लिया है. हमने इसके लिए कोई प्लानिंग नहीं की है. ये फैसला परिस्थितियों के कारण लिया गया है. हमारे सभी विधायक और कार्यकर्ता इस फैसले में हमारे साथ हैं.
उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में विराजमान किसान, नौजवान और गरीब लोगों का यह सम्मान है. चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न के ऐलान के बाद जयंत चौधरी राज्यसभा में पीएम मोदी की तारीफ भी की थी. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और आरएलडी में सीटों पर अंतिम फैसला होते ही दोनों दलों की तरफ से संयुक्त रूप से भी गठबंधन का ऐलान होगा. बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिलाने के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा था, 'कोई कसर रहती है? आज मैं किस मुंह से इनकार करूं आपके सवालों का?'
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और समर्पण से एक ऐसा निर्णय लिया गया, जो पिछली कोई भी सरकार नहीं ले पाई थी. यह देश के लिए एक बड़ा दिन है. यह मेरे लिए एक भावनात्मक और यादगार क्षण है. बता दें कि जयंत चौधरी की धाक पश्चिमी यूपी में है. इसे जाट, किसान और मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है. यहां लोकसभा की 27 सीटें आती है.