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India Daily

'हम समयसीमा के आधार पर समझौतों पर नहीं करते वार्ता', भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर पीयूष गोयल की दो टूक

अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी ट्रेड डील पर समयसीमा के दबाव में बातचीत नहीं करता और चर्चाएं सकारात्मक हैं.

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Edited By: Kuldeep Sharma
Piyush Goyal india daily
Courtesy: social media

भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापार वार्ताओं को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की टीमें कई मुद्दों पर महत्वपूर्ण प्रगति कर चुकी हैं और बातचीत रचनात्मक माहौल में आगे बढ़ रही है.

गोयल ने साफ किया कि भारत किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते को डेडलाइन के आधार पर नहीं, बल्कि परस्पर सहमति और राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखकर तय करता है. अमेरिका का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस समय भारत में मौजूद है.

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर तेजी से प्रगति

पीयूष गोयल ने बताया कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल मंगलवार से भारत में है और कई अहम मुद्दों पर बातचीत लगातार आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि व्यापारिक समझौते बहुआयामी होते हैं और इनके कई पहलुओं पर समान रूप से सहमति बनाना आवश्यक है. भारत की प्राथमिकता किसी भी समझौते को जल्दबाजी में अंतिम रूप देने की नहीं, बल्कि दीर्घकालिक हितों को सुरक्षित करने की है.

‘हम समयसीमा के आधार पर समझौते नहीं करते’

गोयल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में समयसीमा का दबाव समझौतों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. इसलिए भारत की नीति हमेशा से तथ्यों और संतुलित विचार-विमर्श पर आधारित रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि कई मुद्दों पर बातचीत में स्पष्ट प्रगति हुई है और दोनों देशों के बीच भरोसे का माहौल मजबूत हो रहा है.

अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की तैयारी

मीडिया से बातचीत में गोयल ने बताया कि वे रात में दिल्ली लौटेंगे और संसदीय कार्यों के बीच अमेरिकी टीम से मुलाकात करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि अगले दिन वे मुंबई जाएंगे, जहां इटली के उप प्रधानमंत्री से बैठक प्रस्तावित है. लगातार बैठकों के बीच भारत की कूटनीतिक सक्रियता स्पष्ट दिखाई देती है.

राजस्थानी प्रवासी दिवस में गोयल का संबोधन

समारोह में गोयल ने राजस्थान की उपलब्धियों और वैश्विक स्तर पर बसे प्रवासी समुदाय की ताकत को रेखांकित किया. उन्होंने बताया कि दुनिया भर में एक करोड़ से अधिक राजस्थानियों की उपस्थिति राज्य की मेहनती और उद्यमी पहचान को मजबूत करती है. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि 'जहां बैलगाड़ी नहीं पहुंचती, वहां मारवाड़ी पहुंच जाता है.'

द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चुनौतियां और संभावनाएं

भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है, लेकिन अमेरिकी टैरिफ नीतियों ने प्रक्रिया को जटिल बनाया है. राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारतीय उत्पादों पर दो चरणों में 25-25 प्रतिशत शुल्क लगाने के बाद चुनौतियां बढ़ीं. इसके बावजूद भारत पहले से 14 FTA और छह PTA कर चुका है और कई नए समझौतों पर बातचीत आगे बढ़ा रहा है. विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान दौर की चर्चा दोनों देशों के आर्थिक सहयोग को नई दिशा दे सकती है.