नई दिल्ली: भारत और इजरायल के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई गति देने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में एक अहम बैठक हुई. इजरायल के विदेश मंत्री गिडिऑन सार ने अपने तीन दिवसीय भारत दौरे के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की.
दोनों नेताओं ने साझा सुरक्षा चुनौतियों, विशेष रूप से आतंकवाद के खिलाफ सहयोग पर गहन चर्चा की. इसके अलावा, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक प्रशिक्षण से संबंधित एक समझौता ज्ञापन (MoU) का भी आदान-प्रदान किया गया.
नई दिल्ली में हुई इस बैठक में गिडिऑन सार ने कहा कि भारत और इजरायल साझा सुरक्षा चिंताओं से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने X पर लिखा, 'भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलना सम्मान की बात है. हमने आतंकवाद जैसे साझा खतरों का मुकाबला करने के तरीकों पर चर्चा की. हम भारत और इजरायल के बीच एक दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी बना रहे हैं.'
अपने दौरे की शुरुआत में गिडिऑन सार ने नई दिल्ली स्थित तीन मूर्ति हैफा चौक पर पुष्पांजलि अर्पित की. यह स्थल प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हैफा की लड़ाई में शहीद भारतीय सैनिकों की स्मृति में बनाया गया है. सार का यह दौरा भारत-इजरायल संबंधों को और गहराई देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इजरायली समकक्ष सार के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ता में कहा कि भारत और इजरायल दोनों आतंकवाद से गंभीर चुनौती का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह जरूरी है कि हम आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति वैश्विक स्तर पर 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाएं.'
जयशंकर ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच का संबंध विश्वास और भरोसे पर टिका है. उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने कई बार कठिन समय में एक-दूसरे का साथ दिया है. बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने ऊर्जा, तकनीक और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई. जयशंकर ने गाजा शांति योजना पर भारत के समर्थन को भी दोहराया.
भारत और इजरायल के बीच मंगलवार को एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए. यह समझौता विदेश मंत्रालय के सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस और इजरायल के विदेश मंत्रालय के बीच हुआ. इसका उद्देश्य दोनों देशों के राजनयिकों को प्रशिक्षण और अनुभव साझा करने का अवसर देना है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिल सके.