INDI गठबंधन को खतरा? भड़के अखिलेश तो डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस...अब रामगोपाल यादव ने कह दी बड़ी बात

INDI Alliance Politics: कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच हाल के दिनों में जो हुआ है उसे देखते हुए कहा जा सकता है INDI गठबंधन में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है.

Amit Mishra

INDI Alliance Politics: पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) के बीच रिश्तों में कड़वाहट दे खने को मिल रही है. मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने INDI गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया था. अखिलेश का बयान सामने आने के बाद सपा और कांग्रेस की तरफ से मामले को शांत करने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं.

रामगोपाल यादव बड़ा बयान

उत्तर कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश से अपील की है कि उन्हें गाली दीजिए, लेकिन बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करिए. इस बीच समाजवादी पार्टी की तरफ से भी अब बीच बचाव के प्रयास शुरू हो गए हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा है कि INDI गठबंधन को अभी कोई खतरा नहीं है.

'कांग्रेस ने बेवकूफ बनाया'

बता दें कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में इन दिनों समाजवादी पार्टी का कैंप चल रहा है. कैंप में शामिल होने पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अजय राय का नाम लिए बगैर सियासी वार किया. कांग्रेस पर भड़के अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस ने हमें बेवकूफ बनाया. हमारे साथ धोखा हुआ. रात एक बजे तक मीटिंग चली, लेकिन अगले दिन सूची जारी हुई थी तो हमे एक भी सीट नहीं दी गई. कांग्रेस के लोग बीजेपी से मिले हुए हैं.


 

बैकफुट पर कांग्रेस

अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तक भी पहुंची. दिल्ली से अजय राय के पास मामले को मैनेज करने का संदेश गया. इसके तुरंत बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के तेवर  नरम पड़  गए. उन्होंने यहां तक कह दिया कि गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.

बनी थी सहमति

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में सीटों का बंटवारे को लेकर सहमति बनी थी. सीटों के तालमेल को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत भी हुई. अखिलेश यादव का दावा है कि कमलनाथ ने उन्हें विधानसभा की 6 सीटें देने का वादा किया था. अचानक 15 अक्टूबर को कांग्रेस ने एमपी में अपने 144 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इनमें से कुछ ऐसी भी सीटें थीं, जिन पर समाजवादी पार्टी का दावा था.

जानें पूरा मामला

कांग्रेस के इस फैसले के बाद अखिलेश यादव भड़क गए. INDI गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है, इसका विधानसभा चुनाव से कोई मतलब नहीं है, कमलनाथ के इस बयान ने आग में घी डालने का काम किया. इसका जवाब अखिलेश यादव ने भी दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एमपी चुनाव में जो हमारे साथ किया अब वही काम हम भी उनके साथ लोकसभा चुनाव में करेंगे. इस पर अजय राय ने ये कह दिया कि कांग्रेस यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. यहीं से बात बिगड़ गई.


 

डैमेज कंट्रोल की कोशिश

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच जो भी हुआ उसके बाद राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी साथ-साथ हैं. इसके बाद समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने भी ऐसा ही कहा. फिलहाल देखने को अब ये मिल रहा है कि दोनों ही तरफ से डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज हो गई है. दोनों ही पार्टियों के नेता अब एक सुर में कह रहे हैं कि हमारा लक्ष्य तो बीजेपी को हराना है.

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