देशभर में मौसम ने करवट ले ली है. उत्तर भारत में ठंड का असर बढ़ने लगा है, जबकि दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण और धुंध के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई है. वहीं, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बर्फबारी और हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं.
दूसरी ओर, तमिलनाडु और तटीय राज्यों में बंगाल की खाड़ी से उठे दबाव क्षेत्र के चलते मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है. वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में हल्की ठंडक और कोहरे के संकेत मिल रहे हैं, जिससे सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है.
हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई है. रोहतांग, कुंजुम, बारालाचा और शिंकुला दर्रे में बर्फ की मोटी परत जम गई है. उत्तराखंड के चमोली, रूद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भी बर्फबारी और ठंडी हवाओं का असर देखने को मिल रहा है.
राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच चुकी है. आईएमडी के अनुसार, अगले 48 घंटों तक दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और ठंडी हवाएं चलेंगी. प्रदूषण के कारण सुबह-शाम दृश्यता घटने से लोगों को परेशानी हो रही है. बारिश की संभावना कम है, लेकिन तापमान में गिरावट जारी रहेगी.
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण तमिलनाडु के सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. चेन्नई मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया है कि तिरुचिरापल्ली, नागपट्टिनम, तंजावुर, पेरम्बलुर और मयिलादुथुराई जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है.
उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हल्की ठंडक का असर दिखने लगा है. इन इलाकों में कहीं-कहीं बादल छाए रहेंगे और सतही हवाओं से सुबह-शाम का तापमान घट सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में कोहरे की शुरुआत भी हो सकती है.