अमेरिका के ट्रेजिरी सचिव ने चेतावनी दी है कि ट्रंप प्रशासन भारत पर और अधिक टैरिफ लगा सकता है और यह सब कुछ डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली बैठक के नतीजों पर निर्भर करेगा. बुधवार को एक समाचार टीवी चैनल से बातचीत में ट्रेजिरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा कि अगर शुक्रवार को अमेरिका और पुतिन के बीच होने वाली वार्ता फेल होती है या उसका कोई पॉजिटिव रिजल्ट नहीं निकलता तो अमेरिका भारत पर और टैरिफ लगा सकता है.
बेसेंट ने कहा, 'भारत रूस से तेल खरीदता है और मैं देखता हूं कि अगर चीजें सही दिशा में नहीं हुईं तो ट्रंप भारत पर नए टैरिफ लगा सकते हैं.'
भारत पर सबसे ज्यादा टैरिफ
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पहले ही 50% टैरिफ लगा दिया है जो कि अभी तक किसी भी देश पर लगाए गए टैरिफ में सबसे ज्यादा है. ट्रंप ने भारत पर ये टैरिफ रूस से तेल और हथियार खरीदने को लेकर लगाए हैं. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि भारत रूस से व्यापार कर उसे परोक्ष रूप से फायदा पहुंचा रहा है और उसकी अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है और रूस इस पैसे का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर रहा है.
भारत का रवैया अड़ियल
एक अन्य चैनल को दिए बयान में बेसेंट ने भारत को अड़ियल स्वभाव वाला बताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका से व्यापार समझौते की वार्ता में भारत का रवैया अड़ियल रहा जिसकी वजह से यह समझौता हो नहीं पाया.
25 अगस्त को फिर बातचीत संभव
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत 25 अगस्त से एक बार फिर से शुरू हो सकती है. अमेरिकी वार्ताकारों के इस मुद्दे पर बातचीत के लिए भारत आने की उम्मीद है. दोबारा बातचीत भारत पर 50% टैरिफ प्रभावी होने से ठीक दो दिन पहले शुरू होगी. हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत कृषि और डेयरी उत्पादों को लेकर अपने रुख पर अड़ा रह सकता है जिससे समझौते में फिर से रुकावट आ सकती है.