Himachal Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा का चुनाव ऐसा हुआ कि पहाड़ी राज्य में सियासी भूचाल आ गया है. चुनाव में दौरान क्रॉस वोटिंग हुई. इसी बीच हिमाचल की कांग्रेस सरकार के मंत्री ने इस्तीफा दे दिया. फिर भाजपा विधायकों की योग्यता को लेकर मुद्दा उठा. कुल मिलाकर सुक्खू सरकार के हालात नाजुक हैं. ऐसे में आसान पॉइंट्स में समझें कि अब तक हिमाचल में कैसे-कैसे सियासी संकट खड़ा हुआ.
इस विवाद को लेकर कांग्रेस के कई बड़े नेता हिमाचल प्रदेश में कैंप कर रहे हैं. साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने तो इतना तक कह दिया है कि हम किसी हाल में हिमाचल प्रदेश की सरकार को गिरने नहीं देंगे.
1. हिमाचल प्रदेश राजनीतिक संकट
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार (27 फरवरी) को राज्यसभा चुनाव के दौरान कई कांग्रेसी विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने के लिए क्रॉस वोटिंग कर दी. इससे पहाड़ी राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई.
2. अप्रत्याशित बदलाव
अभिषेक सिंघवी की प्रत्याशित जीत में अप्रत्याशित मोड़ तब आया जब भाजपा के हर्ष महाजन को 34 वोट मिले, क्योंकि कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी. हर्ष महाजन विजयी हुए, जिससे सत्तारूढ़ कांग्रेस को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट गंवानी पड़ गई.
3. क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक 'निराश' थे
राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करने वाले राजिंदर राणा और रवि ठाकुर समेत छह कांग्रेस विधायक भाजपा शासित पंचकुला में रुके थे. मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ये विधायक हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के सरकार चलाने के नजरिए से निराश थे.
4. विपक्ष के नेता राज्यपाल से मिले
जय राम ठाकुर ने बीजेपी विधायकों के साथ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की. जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार सत्ता में बने रहने का अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है. यह बैठक उन अटकलों के साथ हुई कि भाजपा हिमाचल में कांग्रेस सरकार के खिलाफ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर विचार कर रही है.
5. कांग्रेस के शीर्ष नेता डैमेज कंट्रोल में लगे
राज्यसभा चुनाव नतीजों के बाद पार्टी ने राजनीतिक संकट से निपटने के लिए वरिष्ठ नेताओं भूपिंदर सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार को जिम्मेदारी सौंपी. सूत्रों का कहना है कि राज्य की नाजुक स्थिति से तुरंत निपटने के लिए ये कांग्रेस पार्टी की ओर से उठाया गया रणनीतिक कदम है.
6. हिमाचल के मंत्री का इस्तीफा, संकट और गहराया
राज्य में चल रहे सियासी संकट के बीच हिमाचल प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान किया. इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उनके लिए सरकार में बने रहना सही नहीं है.
7. बीजेपी के 15 विधायक निलंबित
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बुधवार को विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर समेत 15 भाजपा विधायकों को निलंबित करते हुए सदन को स्थगित कर दिया है. स्पीकर ने उनके निलंबन की वजह सदन में दुर्व्यवहार और नारेबाजी बताई है.
8. विधानसभा में बजट पारित
हिमाचल प्रदेश विधानसभा 2024-25 के बजट और संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी के बाद अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. बजट को भाजपा सदस्यों की अनुपस्थिति में मंजूरी मिली है, जिनमें से 15 निलंबित विधायक भी शामिल हैं. शेष 10 विधायकों ने अपने सहयोगियों के निलंबन के विरोध में बायकॉट कर दिया.
9. सरकार गिराने की साजिश नाकाम: CM सुक्खू
सीएम सुक्खू ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने सीआरपीएफ, हरियाणा पुलिस के साथ हेलीकॉप्टर भेजकर हिमाचल प्रदेश में सत्ता पलटने की साजिश रची, वह विफल हो गई है. जिस तरह से उन्होंने कुछ विधायकों को खरीदकर उन्हें लुभाया, उससे कुछ विधायक उनके साथ आ गए. हम उनके खिलाफ अयोग्यता प्रस्ताव लाए हैं.
कांग्रेस के 6 विधायक, जिन्हें मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए जारी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, अपने वकील के साथ विधानसभा स्पीकर के सामने पेश हुए. इस दौरान उन्होंने तर्क दिया कि उन्हें सभी प्रासंगिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए हैं. इन विधायकों की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यपाल जैन ने तर्क दिया कि उन्हें केवल नोटिस और मंगलवार शाम को दायर याचिका की प्रति दी गई थी, जबकि अन्य दस्तावेज उन्हें नहीं दिए गए थे.
हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार पर आए संकट के बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट का भी बयान सामने आया है. उन्होंने बुधवार को उम्मीद जताई कि पार्टी पहाड़ी राज्य में राजनीतिक संकट को जल्द ही सुलझा लेगी. सचिन पायलट ने केंद्र की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि वह बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से निपटने में विफल रही है. उन्होंने राजस्थान के सीकर में मीडिया से कहा कि हमारी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. वे सभी से बात करेंगे और उम्मीद है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा.
हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता विधायकों से मिलने के लिए गए हैं. इसके बाद एक रिपोर्ट पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जाएगी. उन्होंने भाजपा पर हिमाचल की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश का आरोप लगाया. कहा कि नेतृत्व कठोर फैसलों से पीछे नहीं हटेगा क्योंकि पार्टी सर्वोच्च है. उन्होंने कहा कि प्राथमिकता कांग्रेस सरकार को बचाना है. साथ ही उन्होंने हालिया घटनाक्रम पर जवाबदेही तय करने की भी मांग की है. जयराम रमेश ने कहा है कि किसी भी हाल में सरकार नहीं गिराने देंगे.