22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह और गणतंत्र दिवस को देखते हुए आगामी 26 जनवरी तक पूरे यूपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. अयोध्या में लागू हुए येलो व रेड जोन में 400 सीसीटीवी को इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है.
इसके अलावा अयोध्या में खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी हो गया है. यह आगामी 26 जनवरी तक लागू रहेगा. इसको लेकर सभी जिलों में चेकिंग बढ़ाए जाने के साथ ही रेलवे ट्रैक की सघन चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं.
डीजीपी मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम व इंटरनेट मीडिया सेल भी हाई अलर्ट मोड पर है. आईजी कानून व्यवस्था की निगरानी में कंट्रोल रूम में 24 घंटों के लिए राजपत्रित अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. पूर्व में आतंकी गतिविधियों में पकड़े गए या संदेह के घेरे में आए आरोपियों पर भी कड़ी निगरानी की जा रही है. सभी जिलों में 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर भी नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.
21 जनवरी की सुबह से लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अंबेडकरनगर, गोंडा व गोरखपुर से अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर केवल पास लगे वाहनों को ही एंट्री मिलेगी. इसके अलावा केवल आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही जिले की सीमा में प्रवेश मिलेगा. इन सभी मार्गों पर डायवर्जन लागू रहेगा.
डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में अलर्ट जारी कर 26 जनवरी तक संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने के साथ ही पड़ोसी राज्यों की सीमाओं पर भी चेकिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. नेपाल की सीमा पर भी सशस्त्र सीमा बल के सहयोग से सघन चेकिंग कराई जा रही है. 22 जनवरी को अयोध्या में अभेद सुरक्षा घेरा बनाया जाएगा.
अयोध्या में 10 हजार सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. जिले में 13 हजार पुलिसकर्मी कड़ा पहरा दे रहे हैं. डीजीपी मुख्यालय स्तर से 31 आईपीएस, 44 एएसपी, 140 सीओ, 208 निरीक्षक, 1196 उपनिरीक्षक, पांच हजार मुख्य आरक्षी व 26 कंपनी पीएसी, सात कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एटीएस व एसटीएफ की टीमों को लगाया गया है.
अयोध्या के आसपास के जिलों में भी पीएसी की कंपनियों को रिजर्व में रखा गया है. एनएसजी समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां भी सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगी.
इसके साथ ही एंटी ड्रोन, एंटी माइन आदि अत्याधुनिक उपकरणों से सुरक्षा घेरे को तैयार किया गया है. 22 जनवरी को इंटेलिजेंस, सुरक्षा मुख्यालय, जीआरपी, एटीएस, एसटीएफ समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी अयोध्या में मौजूद रहेंगे.