देश के कई राज्यों में हीटवेव का कहर बढ़ने वाला है. झुलसती हवाएं लोगों के सेहत बिगाड़ने वाली हैं. देश के मौसम विभाग (IMD) ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्टजारी किया है. उत्तर प्रदेश, बिहार और दक्षिण भारतीय राज्यों में भी ऐसे ही हालात बन रहे हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हीटवेव का कहर सबसे ज्यादा बरपने वाला है. यहां के मौसम में आद्रता और गर्मी हद से ज्यादा है. ऐसे में इन राज्यों में खतरनाक स्तर पर लू के थपेड़े पड़ने वाले हैं. इसकी चपेट में आने पर लोगों की जान भी चली जाती है.
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक सोमा सेन का कहना है कि उत्तरी ओडिशा में हीटवेव का असर सबसे चिंताजनक स्थिति में है. यहां रेड अलर्ट भी जारी किया जा चुका है. पश्चिम बर्धमान जिले में शनिवार को 44.6 डिग्री तक तापमान पहुंचा तो कोलकाता में हालात 41.1 डिग्री तक तापमान पहुंच गया. औसत तापमान पश्चिम बंगाल में 41 पार रहा. ओडिशा में 43 डिग्री से ज्यादा तापमान औसतन रहा. अगले आने वाले दिनों में भी यहां तापमान बढ़ेगा सकता है.
किन राज्यों में हो सकती है बारिश?
राहत की बात ये है कि रविवार को कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है. जम्मू कश्मीर और तमिलनाडु में रविवार बारिश हो सकती है. मध्य प्रदेश, विदर्भ, महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना में भी बारिश के आसार हैं. अरुणाचल प्रदेश, असम, पूर्वी मेघालय, नगालैंड और मणिपुर में भी हल्की बारिश हो सकती है. इन राज्यों में हीटवेव से राहत मिल सकती है.
किसके लिए है खतरा?
यूनिसेफ की गाइडलाइन के मुताबिक बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों पर हीटवेव का सबसे ज्यादा खतरा होता है. कई मामलों में हीटवेव इस हद तक खतरनाक हो जाता है कि लोगों की जान जाने लगती है. हीटवेव की वजह से डिहाइड्रेशन होता है, बुखार होता है और लोगों की जान तक चली जाती है. गर्भवती महिलाओं पर भी ऐसा ही खतरा मंडराता है जिसका असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ सकता है.
हीटवेव से कैसे बचें?
यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह है कि अगर हीटवेव में धूप से बचें. अगर धूप लग गई है तो ORS घोल का सेवन करें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. अगर तबीयत खराब हो तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें. सीधे धूप में जाने से बचें. अगर जाना पड़ रहा है तो छाता या सिर पर गमछा बांधकर निकलें. गमछे को पानी में भिगोकर रखें. कोशिश करें कि धूप में न निकलें.