बुधवार को लोकसभा में चुनावी सुधारों पर चर्चा के दौरान माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया जब विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह को बीच भाषण में चुनौती देते हुए खुली बहस का प्रस्ताव रखा. इस पर शाह ने तुरंत यह कहते हुए आपत्ति जताई कि उनका लंबा संसदीय अनुभव है और वे अपने वक्तव्य का क्रम स्वयं तय करेंगे.
बहस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि अमित शाह को उनकी तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट कहा, 'मैं चैलेंज देता हूं कि इस पर डिबेट हो.' सदन में इस टिप्पणी से अचानक हलचल बढ़ी और कई सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गए.
#WATCH | "...Let's have a debate on my press conference. Amit Shah ji, I challenge you to have a debate on the 3 PCs," LoP Rahul Gandhi interjects HM Shah's speech on electoral reforms
— ANI (@ANI) December 10, 2025
HM retorts, "...Parliament won't function as per your wish. I'll decide my order of… pic.twitter.com/8lpiUFaneg
राहुल की चुनौती पर शाह ने कहा कि उनके पास वर्षों का अनुभव है और कोई भी यह नहीं तय कर सकता कि वे किस क्रम में जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि वे सभी सवालों का उत्तर देंगे, लेकिन भाषण की रचना उनके हाथ में ही रहेगी.
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि हरियाणा में एक ही घर में 501 वोट दर्ज किए गए. शाह ने इसे “बिना आधार का दावा” बताते हुए कहा कि यह मुद्दा चुनाव आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है.
शाह ने बताया कि जिस घर नंबर 265 पर सवाल उठाया गया, वह एक एकड़ का पुश्तैनी परिसर है जहां कई परिवार साथ रहते हैं. घर नंबर अलग न होने के कारण सभी मतदाता उसी पते पर दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था वर्षों से चली आ रही है.
सदन के बाहर राहुल गांधी ने कहा कि शाह का रवैया 'रक्षात्मक और घबराया हुआ' दिखा. उन्होंने दावा किया कि सरकार लोगों के असली मुद्दों पर बहस से बचने की कोशिश कर रही है और विपक्ष के सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रही.