सुबह की सैर पर स्टालिन से मुलाकात और पन्नीरसेल्वम ने छोड़ा NDA का साथ, अब किसका थामेंगे हाथ?
पन्नीरसेल्वम ने हाल की में कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने तमिलनाडु को 'समग्र शिक्षा' योजना के तहत 2,151 करोड़ रुपये की धनराशि रोकने के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया.
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले NDA से अलग होने का ऐलान किया. उनके नेतृत्व वाले अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) कार्यकर्ता अधिकार पुनर्प्राप्ति समिति ने यह निर्णय चेन्नई में मौजूदा मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से उनकी मुलाकात के कुछ घंटों बाद लिया. यह मुलाकात चेन्नई में सुबह की सैर के दौरान हुई थी.
पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के बीच तनाव
पन्नीरसेल्वम ने अपने प्रतिद्वंद्वी और एआईएडीएमके के वर्तमान महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी के साथ चल रहे मतभेदों के बीच अपनी अलग समिति बनाई थी. इस समिति के समर्थक पनरुति रामचंद्रन ने चेन्नई में पत्रकारों से बातचीत में इस फैसले की घोषणा की. उन्होंने बताया कि पन्नीरसेल्वम, जिन्हें लोकप्रिय रूप से ओपीएस के नाम से जाना जाता है, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पूरे तमिलनाडु में दौरा शुरू करेंगे.
पन्नीरसेल्वम ने कहा, "हम एनडीए गठबंधन से संबंध तोड़ रहे हैं. एआईएडीएमके कार्यकर्ता अधिकार पुनर्प्राप्ति समिति के समन्वयक ओ. पन्नीरसेल्वम जल्द ही तमिलनाडु में एक अभियान शुरू करेंगे. अभी के लिए किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं है. भविष्य में परिस्थितियों के आधार पर गठबंधन का निर्णय लिया जाएगा. इसका कारण सभी जानते हैं; इसे स्पष्ट करने की आवश्यकता नहीं है."
स्टालिन से मुलाकात पर चुप्पी
पन्नीरसेल्वम ने स्टालिन के साथ अपनी मुलाकात पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. पत्रकारों के सवालों पर उन्होंने कहा, "चेन्नई में रहने के दौरान मैं नियमित रूप से थियोसोफिकल सोसाइटी में सुबह की सैर के लिए जाता था. आज सुबह, जब मैं टहल रहा था, तभी मुख्यमंत्री वहां आए और मैं उनसे मिला. बस इतना ही." भविष्य के गठबंधन के सवाल पर भी उन्होंने मौन साध लिया.
केंद्र सरकार पर निशाना
पन्नीरसेल्वम का एनडीए से अलग होने का फैसला उनकी हालिया टिप्पणियों के बाद आया है, जिसमें उन्होंने केंद्र की एनडीए सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने तमिलनाडु को 'समग्र शिक्षा' योजना के तहत 2,151 करोड़ रुपये की धनराशि रोकने के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन-भाषा नीति का पालन न करने के कारण यह राशि रोकी है. पन्नीरसेल्वम ने इसे संघीय ढांचे और शिक्षा के अधिकार अधिनियम के खिलाफ बताया और कहा, "यह कदम गरीब और सामान्य छात्रों तथा शिक्षकों को प्रभावित करता है, जो अत्यंत निंदनीय है."
क्या विजय की टीवीके के साथ होगा गठबंधन?
हालांकि रामचंद्रन ने कहा कि गठबंधन का फैसला बाद में होगा, लेकिन चर्चा है कि पन्नीरसेल्वम अभिनेता से राजनेता बने विजय की तमिलगा वेट्री कड़गम (टीवीके) के साथ गठजोड़ कर सकते हैं. यह कदम तमिलनाडु की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है.