'PoK हम लेकर रहेंगे,' एस जयशंकर ने बता दिया क्या करेगी अगली सरकार

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि लोगों को पहले भरोसा नहीं था कि अनुच्छेद 370 भी रद्द नहीं होगा. अनुच्छेद के हटे आज 4 साल हो गए हैं. ऐसे ही PoK भी हम वापस ले लेंगे.

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विदेशमंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर कहा है कि हम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर वापस लेकर रहेंगे. यह भारत का अभिन्न हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत की हर पार्टी प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है. हम उस वापस लेकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब लोगों को गुलाम कश्मीर खल रहा है, ऐसे में इसका भी हल होना तय है.

विदेशमंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा, 'हर राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह भारत का हिस्सा है. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद PoK पर लोग बात कर रहे हैं. अनुच्छेद 370 को भी लोग कठिन फैसला मान रहे थे लेकिन अब यह रद्द हो चुका है.'

गार्गी कॉलेज में छात्रों के साथ बातचीत करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि लोगों को लग रहा था कि अनुच्छेद 370 को बदला नहीं जा सकता. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को अगस्त 2019 में मोदी सरकार ने खत्म कर दिया था.

विदेश मंत्री ने कहा, 'PoK के संबंध में मैं केवल इतना कह सकता हूं कि यह हमारा संसदीय प्रस्ताव है. पीओके भारत का हिस्सा है. भारत में इसकी वापसी, हमारे लिए राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है. मैं एक बात कहना चाहता हूं. 10 साल पहले या 5 साल पहले भी लोग इसके बारे में नहीं पूछते थे. अब लोग समझते हैं कि पीओके भी अहम है. कुछ भी होने के लिए यह जरूरी है कि पहले कुछ आपके दिमाग में आए.' 

PoK पर क्या सोचती है भारत सरकार?
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर भारत का रुख साफ है. भारत इसे अभिन्न अंग मानता है. अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के कुछ देश भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थ बनने की पेशकश कर चुके हैं लेकिन भारत ने कड़े शब्दों में इसे खारिज कर दिया है. साल 2019 के बाद ़डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार पेशकश की थी कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थ बनना चाहते हैं, भारत ने साफ मना कर दिया था कि यह हमारा आंतरिक मसला है, जिस पर हम किसी देश को भी दखल नहीं देने देंगे.