Karur stampede case: तमिलनाडु के करूर जिले में 27 सितंबर को हुई राजनीतिक रैली का हादसा अब विवादों में फंस गया है. रैली में भाग लेने के लिए आए लोगों के बीच हुई भगदड़ में 41 लोगों की जान चली गई थी. अब इस हादसे में अभिनेता और नेता विजय के प्रचार वाहन के ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है, जबकि वाहन को भी FIR में शामिल किया गया है.
मामला उस घटना से जुड़ा है, जब विजय के प्रचार वाहन के पास मोटरसाइकिल सवार कई प्रशंसक थे. वाहन के साथ बहुत नजदीक जाने की कोशिश में मोटरसाइकिल सवारों का एक्सीडेंट हुआ. घटना का वीडियो सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर खूब वायरल हुआ. इससे स्पष्ट होता है कि वाहन ने सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से दुर्घटना में भूमिका निभाई.
मद्रास हाई कोर्ट ने इस मामले में कार्रवाई में देरी पर चिंता जताई. कोर्ट ने कहा कि वीडियो में स्पष्ट दिखाई देता है कि दुर्घटना में दो मोटरसाइकिल शामिल थीं और वाहन का ड्राइवर दृश्य देखकर मौके से फरार हो गया. कोर्ट ने यह भी नोट किया कि दोनों घटनाओं में alleged hit-and-run के लिए कोई FIR पहले तक दर्ज नहीं की गई थी.
कोर्ट ने राज्य की कार्रवाई में चूक को गंभीरता से देखा. कोर्ट ने कहा कि बिना किसी formal शिकायत के भी राज्य की जिम्मेदारी है कि स्वत: FIR दर्ज करे और आरोपी को कानून के अनुसार ट्रायल का सामना करना पड़े. अदालत ने स्पष्ट किया कि प्रशासन की यह लापरवाही दुखद और अस्वीकार्य है.
एक वीडियो में वाहन के पीछे से हुए दूसरे एक्सीडेंट को भी कैप्चर किया गया, जिसे वाहन के सामने बायीं तरफ बैठे एक यात्री ने देखा. कोर्ट ने कहा कि यह वीडियो मामले की गंभीरता को साबित करता है. घटना के दृश्य से साफ है कि वाहन और ड्राइवर की लापरवाही ने मोटरसाइकिल सवारों को खतरे में डाल दिया.
इस मामले ने राजनीतिक हलकों और जनता में भी गहरी प्रतिक्रिया पैदा की है. कई लोग प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. अब यह मामला न्याय प्रक्रिया के माध्यम से आगे बढ़ेगा और ड्राइवर सहित जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है.