Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच चल ही मुठभेड़ में दो आंतकवादी मारे गए हैं. यह घटनाक्रम कठुआ-बसंतगढ़ सीमा क्षेत्र से आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ की रिपोर्ट आने के कुछ घंटों बाद हुआ है. रक्षा जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में आतंकवादियों से संपर्क स्थापित करते हुए एक अभियान शुरू किया.
इलाके में जैश-ए-मोहम्मद समूह के चार आंतकियों के हथियारों के साथ छिपे होने की आशंका है. सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सेना पर गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षाबलों की ओर से जवाबी कार्रवाई की जा रही है. यह गोलीबारी उस समय हुई जब सेना की प्रथम पैरा और पुलिस कर्मियों की एक संयुक्त इकाई क्षेत्र में एक आतंकवादी समूह की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना के आधार पर खंडरा टॉप की ओर बढ़ रही थी. पुलिस ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और दोनों तरफ से कुछ राउंड फायरिंग हुई है.
#Indianarmy
OP KHANDARA
Two Terrorists Neutralised in the Ongoing Operation at Khandara #Kathua by Troops of Rising Star Corps. Operations in progress.@prodefencejammu@westerncomd_ia@adgpi@jmukmrPolice@ANI@ddnews_jammu@GreaterKashmir@DailyExcelsior1— Rising Star Corps_IA (@RisingStarCorps) September 11, 2024Also Read
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकवादियों ने दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों और पुलिस की संयुक्त टीम बसंतगढ़ के ऊपरी इलाके में सर्च ऑपेरशन कर रही थी. जैसे ही सुरक्षाबल आंतकियों के नजदीक पहुंचे उधर से गोलीबारी शुरू कर दी गई. इलाके में और अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजा जा रहा है ताकि आतंकियों को मार गिराया जा सके.
वहीं, दूसरी ओर अखनूर इलाके में भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की गई अकारण गोलीबारी में BSF का एक जवान घायल हो गया.
बीएसएफ की ओर से कहा गया कि रात करीब 2.35 बजे अखनूर इलाके में सीमा पार से अकारण गोलीबारी की घटना हुई और बीएसएफ ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तानी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया.
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत में कई घातक हमलों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें 2019 का पुलवामा बम विस्फोट भी शामिल है.
जम्मू और कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले हिंसा की छिटपुट घटनाएं देखने को मिल रही हैं. केंद्र शासित प्रदेश में 10 वर्षों के बाद यह पहला ऐसा चुनाव है.जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में विधानसभा चुनाव होने है. 18 सितंबर, 25 सिंतबर और 1 अक्टूबर को वोट डालें जाएंगे.