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भोपाल में शाम की जगह सुबह ही हुआ रावण दहन, वीडियो में देखें कैसे युवक-युवती नशे में आग लगाकर भागे

भोपाल में दशहरे से पहले बड़ा हंगामा खड़ा हो गया. जब कुछ नशे में धुत युवकों ने सुबह-सुबह रावण का पुतला आग के हवाले कर दिया. 

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Edited By: Kuldeep Sharma
Ravana's effigy
Courtesy: @kathiyawadiii

Dussehra 2025: दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार माना जाता है. देशभर में रावण दहन के आयोजन लाखों लोगों को आकर्षित करते हैं. लेकिन भोपाल में इस बार सुबह-सुबह हुई एक हरकत ने उत्सव का रंग फीका कर दिया. यहां कुछ शराबी युवकों ने रावण का पुतला तय समय से पहले ही आग के हवाले कर दिया. घटना का वीडियो सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है.

जानकारी के अनुसार भोपाल के बाग मुंगलिया इलाके में हर साल की तरह रावण दहन की तैयारियां चल रही थीं. आयोजक और स्थानीय लोग पुतले को सजाने और शाम के कार्यक्रम की तैयारी में जुटे थे. लेकिन सुबह लगभग 6 बजे अचानक लोगों ने देखा कि मैदान में खड़ा रावण का पुतला जल रहा है. जब तक लोग कुछ समझ पाते, पुतला पूरी तरह राख हो चुका था.

नशे में धुत युवकों की करतूत

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एक लाल रंग की नई कार में कुछ युवक और महिलाएं आए थे. सभी नशे में थे और वहीं सिगरेट पी रहे थे. इसी दौरान उन्होंने पुतले को आग लगा दी और कार में बैठकर भाग निकले. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार पर कोई रजिस्ट्रेशन नंबर भी नहीं था. घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आग से धधकते रावण के पुतले के साथ लोग पुलिस को सूचना देने की अपील कर रहे हैं.

आयोजकों के सामने नई चुनौती

रावण दहन का आयोजन दशहरे की शाम को होना था, लेकिन सुबह पुतला जल जाने से आयोजकों के सामने अब बड़ा संकट खड़ा हो गया है. स्थानीय लोग और समितियां तुरंत नया पुतला तैयार करने में जुट गए हैं. हालांकि यह आसान काम नहीं है, क्योंकि शाम तक विशाल पुतले को तैयार करना और उसमें आतिशबाज़ी की व्यवस्था करना बेहद मुश्किल है.

परंपरा और आस्था पर चोट

दशहरा सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व से जुड़ा उत्सव है. ऐसे में इस तरह की हरकत लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है. स्थानीय लोग और समाजसेवी संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं, आयोजकों ने भरोसा जताया है कि चाहे कितनी भी मुश्किल क्यों न हो, शाम को रावण दहन की परंपरा निभाई जाएगी.